दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नेताओं को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं को एक-दूसरे पर आरोप नहीं लगाना चाहिए, बल्कि उन्हें लोगों के विकास के लिए काम करना चाहिए।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों के दिग्गज लगातार उत्तराखंड का दौरा कर रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल भी हरिद्वार के दौरे पर हैं। उन्होंने यहां मंगलार को संवाददाता सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि केजरीवाल ने कहा, जनता के द्वारा चुने गए और जिम्मेदार पदों पर बैठे राजनीतिक नेताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में शामिल नहीं होना चाहिए। न ही उन्हें एक-दूसरे पर आरोप लगाना चाहिए। हमें राजनीतिक प्रतिद्ंवदता छोड़ लोगों के विकास के लिए काम करना चाहिए।
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने लिखा था, जब पूरी मानवता कोरोना के दर्द से कराह रही थी। आप की सरकार ने आधी रात को यूपी की सीमा पर छोटे बच्चों और महिलाओं को भी असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक और अमानवीय कार्य किया। केजरीवाल ने कहा कि यूपी के सीएम के बयानों के बाद, केजरीवाल ने भी उन पर पलटवार किया और कहा कि जब कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान लोगों के शव नदी में बह रहे थे, उस वक्त यूपी सरकार विज्ञापन दे रही थी।
उत्तराखंड की बदहाली और पलायन के लिए भाजपा-कांग्रेस जिम्मेदार
इससे पहले सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड की बदहाली और पलायन के लिए भाजपा और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। दोनों दलों को भ्रष्टाचार का जनक बताते हुए कहा कि इनकी नीयत राज्य के विकास की नहीं है। प्रदेश में आप की सरकार बनने पर यहां भी दिल्ली की तर्ज पर स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क निर्माण के क्षेत्र में विकास करेंगे। साथ में भ्रष्टाचार खत्म कर राज्य में खुशहाली और समृद्धि लाई जाएगी।