क्या उत्तराखंड को कोई महिला मुख्यमंत्री मिलेगी? इस सवाल के जवाब में मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि क्यों नहीं। जैसे उत्तराखंड को महिला विधानसभा अध्यक्ष मिली, उसी प्रकार एक दिन मुख्यमंत्री भी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं नेतृत्व के क्षेत्र में आगे आ रही हैं। यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है। यहां सम्मानित होने वाली सभी महिलाएं अपने क्षेत्र की लीडर हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने कहा कि महिला जब समाज में आगे बढ़ती है तो वह अपना दो सौ प्रतिशत परफारमेंस देना चाहती है। महिला के लिए अपने प्रोफेशन में आगे बढ़ना आसान नहीं होता। उसे नौकरी के साथ घर और परिवार की जिम्मेदारी बराबर देखनी होती है। इन चुनौतियों का सामना करते हुए वह कई बार तनाव का सामना भी करती है। उन्होंने कहा कि महिला जब आगे बढ़ती है, तो उसे लेकर स्वीकार्यता आसान नहीं हेाती। ऐसी तमाम चुनौतियों से उसे हर रोज रूबरू होना पड़ता है।
कहा कि सफल महिलाओं को सम्मानित करने से नारी सशक्तिकरण के प्रयासों को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों को लेकर समाज में बदलाव आया है लेकिन अभी बड़ा बदलाव होना बाकी है। बेटियों को लेकर समाज का नजरिया तभी बदलेगा, जब हम अपने बेटों को बचपन से नारी सम्मान की शिक्षा देंगे। अब वक्त आ गया है कि समाज बेटियों को देवी कहकर सांत्वना देना बंद करे। बेटियों को प्रथमा ही रखना होगा।