बागपत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार को बागपत दौरे से साफ हो गया कि विधानसभा चुनाव से पहले गन्ना किसानों व नौजवानों को साधने की तैयारी में भाजपा जुट गई है। नया पेराई सत्र में सरकार गन्ना दाम बढ़ाकर किसानों को खुश कर सकती है। सीएम से मुलाकात करने के बाद कुछ भाजपाइयों ने ऐसा ही संकेत दिया। यूं मुख्यमंत्री अपने संबोधन में किसानों और नौजवानों को केंद्र में रखकर बिना नाम लिए विपक्ष पर करारा प्रहार करने से भी नहीं चूके।
किसान आंदोलन के बीच व कोरोना की दूसरी लहर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बागपत दौरा काफी अहम रहा। बेशक मुख्यमंत्री प्रेस को संबोधित करते वक्त गन्ना दाम बढ़ाने और बकाया गन्ना भुगतान कराने पर कुछ नहीं बोले हों, लेकिन किसानों और युवाओं को लेकर बेहद गंभीर दिखे। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए विपक्ष को निशाने पर लेकर कहा कि चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रमाला की सहकारी चीनी मिल की क्षमता वृद्धि कराने को काम किसी ने पहले नहीं किया, लेकिन हमनें एकमुश्त पैसा देकर इस मिल की क्षमता वृद्धि कराई है। दोगुनी गन्ना पेराई होने से किसानों के जीवन में बदलाव आया।
गन्ना किसानों के अलावा मुख्यमंत्री ने अपने विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए नौजवानों को साधने के लिए कहा कि पहले भर्ती नहीं होती थी, लेकिन हमने 1.37 लाख युवाओं की पुलिस में भर्ती की है। बागपत के हर गांव का युवक और युवतियां भर्ती हुई। अब सरकारी नौकरियों में एकाधिकार खत्म होने से युवाओं को मौका मिल रहा है। गन्ना किसानों को लेकर सीएम गंभीर हैं। पार्टी नेताओं की बैठक में सीएम ने गन्ना दाम बढ़ाने व गन्ना भुगतान कराने की मांग पर सकारात्मक संकेत दिया। यानि नया पेराई सत्र प्रारंभ होने से पहले सरकार गन्ना दाम बढ़ाकर किसानों को सौगात देकर पश्चिम उप्र में रालोद और सपा गठबंधन को मात देने की तैयारी में भाजपा जुट गई है।