देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि लखीमपुर में जो हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष को इस मामले में संयम बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मामले में उत्तर प्रदेश सरकार संजीदगी से कार्य कर रही है।
एक बयान में कौशिक ने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से किसानों को भड़काने का कार्य कर रही है। जब उसे सफलता नहीं मिली तो सपा के साथ वह मामले के राजनीतिकरण पर उतारू हो गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही साफ कर चुके हैं कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी। सरकार मामले की तह तक जाएगी, लेकिन विपक्ष इसे अवसर के रूप में देख रहा है। कांग्रेस को किसान और निम्न वर्ग के उत्थान के लिए सकारात्मक ढंग से आगे आना चाहिए और नकारात्मक राजनीति का त्याग करना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की इसी सोच के कारण जनता ने उससे दूरी बना ली और आज पूरे देश में वह हाशिये पर जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं द्वारा गिरफ्तारी देना राजनैतिक नौटंकी है। किसानोंं का भरोसा आज भी भाजपा पर है और भाजपा ने किसानों की आय को दो गुना करने के लिए देश भर में कई योजनाएं लागू की हैं।
देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहित फिर मुखर
देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर एक बार फिर तीर्थ पुरोहित हक- हकूकधारी महापंचायत और भैंरव सेना मुखर हो गई है। इसके तहत मंगलवार को ऋषिकेश में बोर्ड का पुतला दहन किया जाएगा। इसके बाद विभिन्न शहरों में भी विरोध प्रदर्शन होगा। सोमवार को पत्रकार वार्ता में महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल ने पिछले महीने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वासन दिया था कि चारधाम से जुड़े व्यक्तियों के हक-हकूक किसी भी दशा में प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे। बोर्ड के संबंध में उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट के बाद सरकार इस पर निर्णय लेगी
इसके बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया था। लेकिन अभी भी चारधाम के तीर्थ पुरोहित, पंडा पुरोहित, हक-हकूकधारी में मांग पूरी न होने पर रोष व्याप्त है। कहा कि यात्रा शुरू होने के बाद पहले जैसी ही स्थिति सामने आ रही है। तीर्थयात्रा भी देवस्थानम बोर्ड के नाम से शुरू होने लगी यानी रसीद काटने के साथ ही आनलाइन पोर्टल भी बोर्ड के नाम पर बुकिंग कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में रविवार को ऋषिकेश में तीर्थ पुरोहित, भैंरव सेना व अन्य संगठन मिलकर देवस्थानम बोर्ड का पुतला दहन करेंगे। इधर, भैंरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि आठ को हरिद्वार, 10 को श्रीनगर, 12 को कोटद्वार, 14 को गोपेश्वर में बोर्ड का पुतला दहन किया जाएगा। यदि इसके बाद भी सरकार महापंचायत पक्ष में निर्णय नहीं लेगी तो 30 अक्टूबर को तीर्थ पुरोहित और भैंरव सेना के कार्यकत्र्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। पत्रकार वार्ता में महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी, आचार्य उमाकांत भट्ट, भैंरव सेना के केंद्रीय प्रचारक ब्रह्मचारी हरिकिशन किमोठी, आचार्य नरेशानंद नौटियाल, दिनेश आदि शामिल रहे।