चंडीगढ़, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रेस कांन्फ्रेंस शुरू हाे गई है। उन्होंंने अपनी नई पार्टी के गठन का एलान किया, लेकिन कहा कि नाम और चुनाव चिह्न के बारे में बाद में बताएंगे। इसके लिए चुनाव आयोग में आवेदन कर किया है और मेरे वकील इस मामले को देख रहे हैं। नाम और चुनाव चिह्न के बारे में फैसला चुनाव आयोग करेगा। उनकी पार्टी 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके लिए दूसरे दलोंं के साथ गठबंधन करेंगे या खुद अपनी पार्टी की बदौलत लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि नवजाेत सिंह सिद्धू जहां से सभी चुनाव लड़ें हम उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंंने कहा कि राहुल गांधी जिस तरह पंजाब के नेताओं को बुलाकर मिल रहे हैं उससे साफ है कि वह घबराए हुए हैं। जब से सिद्धू सीन में आएं हैं तब से कांग्रेस की लोकप्रियता में 24 फीसदी में कमी आई है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे
इसके साथ ही कैप्टन ने केंद्रीय कृषि कानूनों के मामले और किसान आंंदोलन को समाप्त करने के लिए पहल करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि वह इसको लेकर कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे। कल वह 20-25 लाेगों के साथ अमित शाह से मिलेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। अपने साथ एक शिष्टमंडल भी ले जाएंगे। वह कृषि कानून को लेकर धरने पर बैठे किसानों को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे। वह निजी तौर पर अमित शाह से किसान आंदोलन के हल के लिए मिलने जा रहे हैं।
कहा- सभी चुनावी वाादे पूरे किए , हमेशा सैनिक की तरह काम किया
कैप्टन अपनी उपलब्धियां बताई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंंत्री के रूप में अपने वादे पूरे किए। पंजाब की सुरक्षा से अभी समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं करीब साढ़े नौ साल पंजाब का मुख्यमंत्री और गृहमंत्री रहा, इसलिए राज्य के सुरक्षा के खतरों व चिंताओं से अवगत हूं। इस बारे में समय-समय पर केंद्र को भी बताता रहा।
उन्होंंने कहा कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर लड़ेंगे। अरूसा आलम सहित अन्य मामजों की चर्चा करते हुए उन्होंंंने चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो ही इस तरह के मुद्दे क्यों उठाए जा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धूू जहांं से भी लड़ेंगे हम उसके खिलाफ लड़ेंगे। कैप्टन ने कहा सिद्धू् को कुछ पता नहीं है। जब तक राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर काम नहीं करते तब तक राज्य तरक्की नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि वे (कांग्रेस) सुरक्षा उपायों को लेकर मेरा मजाक उड़ाते हैं। मेरी बेसिक ट्रेनिंग एक सैनिक की है। मैं 10 साल से सेवा में रहा हूं। मेरे प्रशिक्षण की अवधि से लेकर सेना छोड़ने तक, इसलिए मुझे मूल बातें पता हैं।
दूसरी ओर, मैं 9.5 साल तक पंजाब का गृह मंत्री रहा। कोई जो एक महीने से गृह मंत्री रहा है, ऐसा लगता है कि वह मुझसे ज्यादा जानता है। कोई भी परेशान पंजाब नहीं चाहता। हमें समझना चाहिए कि हम पंजाब में बहुत मुश्किल दौर से गुजरे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह अपना घोषणा पत्र दिखाते हुए। (एएनआइ)
कैप्टन अमरिंदर सिंंह ने कहा, 4.5 वर्षों के दौरान जब मैं मुख्यमंत्री था, तो हमने जो हासिल किया है उसकाापूरा विवरण हम दे रहे हैं यह हमारा घोषणापत्र है। जब मैंने पदभार संभाला था उस समय की स्थिति और हमने जो हासिल किया है उसका यह हमारा घोषणापत्र है।
उन्होंने कहा, मैंने हमेशा सैनिक के तरह काम किया। मैं सीएम के रूप में किए गए अपने कार्यों के बारे में पूरा हिसाब दूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पंंजाब सुरक्षा और हित सबसे सर्वोपरि है। ड्रोन से ड्रग और हथियारों की तस्करी हो रही है। ड्रोन के रेंज में लगातार वृद्धि हो रही है और इससे पंजाब की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा मामले पर किसी तरह की सियासत नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने किए गए काम का एक मेनिफेस्टो भी तैयार किया है। थोड़ी देर में अपने अगले सियासी कदम का एलान करेंगे । कैप्टन थोड़ी देर बाद मीडिया से रूबरू होंगे और संभावना है कि वह अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। इसको लेकर सुबह से पंजाब खासकर चंडीगढ़ में राजनीतिक हलचल तेज है। कैप्टन अमरिंदर सिंह आज अपनी पार्टी की घोषणा करते हैं या नहीं इसको लेकर चर्चाएं चल रही हैं।
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर पंजाब की सियासत में आज नया दांंव खेलेंगे और इससे राज्य में नया समीकरण सामने आ सकता है। बताया जाता है कि कैप्टन ने आज सुबह भी अपने करीबी नेताओं और समर्थकों के साथ विचार-विमर्श किया है। उनके साथ राज्य के कुछ पुराने नेता भी आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार, कैप्टन की नई पार्टी के नाम में कांग्रेस शब्द जरूर होगा। उनकी रणनीति राज्य में कांग्रेस की जगह खुद की पार्टी को लाना होगा।
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों अपनी अलग पार्टी बनाने की बात कही थी। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल से अलग हुए गुटों के साथ गठबंधन करने की बात कही थी। भाजपा से गठजोड़ के लिए उन्होंने कृषि कानून के मामले की हल और किसान आंदोलन की समाप्ति की शर्त भी रखी थी। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिले थे।
चर्चा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी में उनकी पत्नी सांसद परनीत कौर सहित कुछ सांसद व कई विधायक और पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री आज शामिल हो सकते हैं। वैसे विधायक और सांसद अभी इंतजार भी कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि अपनी पार्टी की घोषणा के बाद वह केंद्रीय कृृषि कानूनों और किसान आंदोलन की समाप्ति के लिए सक्रय होंगे।