देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार का प्रयास उत्तराखंड को पर्यटन और आध्यात्म के क्षेत्र में शिखर पर ले जाने का है। उत्तराखंड देश की आध्यात्मिक राजधानी बने, इसके लिए सरकार प्रयासरत है।
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आध्यात्मिक गुरु सदगुरु के साथ वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सदगुरु से जीवन दर्शन से जुड़े विषयों के साथ ही आध्यात्म, पर्यटन और वेलनेस के क्षेत्र में उत्तराखंड को आगे बढ़ाने के विषय पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में हर व्यक्ति अलग-अलग जिम्मेदारी से काम करता है। समय-समय पर उसकी जिम्मेदारी भी बदलती है। हमें जो जिम्मेदारी मिली है, उसे पूरे मनोयोग से निभाना है। अंत्योदय के साथ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सुविधाओं का लाभ पहुंचाना है।
आध्यात्मिक गुरु सदगुरु ने कहा कि उत्तराखंड तमाम प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर राज्य है। इस राज्य में एशिया का सबसे बेहतर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यटन राज्य बनने की क्षमता है। यह एशिया का स्विट्जरलैंड भी बन सकता है। स्वदेशी तौर तरीकों को विकसित कर इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिमालय विभिन्न संस्कृतियों का जनक रहा है। यहां की संस्कृति अपने आप में श्रेष्ठ है। इसकी तुलना देश दुनिया में किसी से नहीं की जा सकती। इस दौरान उन्होंने प्रश्नोत्तर के माध्यम से आध्यात्मिक व जीवन दर्शन से संबंधित अनेक प्रश्नों के भी उत्तर दिए। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन व शासन-प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।