गोरखपुर, दो दिन के दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में मां भगवती के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। सुबह चार से छह बजे के बीच करीब दो घंटे तक चली पूजा में मुख्यमंत्री ने गौरी-गणेश की आराधना के साथ सभी देव-विग्रहों का षोडषोचार भी पूजन किया।
आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक ने कराई पूजा
शारदीय नवरा़त्र के दूसरे दिन का अनुष्ठान मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। उनके सहयोग में गुुरु गोरक्षनाथ संस्कृत महावि़द्यालय के प्राचार्य डा. अरविंद चतुर्वेदी, आचार्य डा. रोहित मिश्र, डा. दिग्विजय शुक्ल, नित्यानंद चौबे आदि वेदपाठी ब्राह्मण मौजूद रहे। पूजा के बाद गलतियों की क्षमाप्रार्थना के साथ आरती हुई। प्रसाद वितरण के बाद सुबह का अनुष्ठान सम्पन्न हुआ।
पूजा में यह रहे शामिल
पूजा के दौरान मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, द्वारिका तिवारी, दुर्गेश बजाज आदि भी मौजूद रहे। समस्त अनुष्ठान कोविड प्रोटोकाल के साथ सम्पन्न हुआ। उधर नवरात्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं और कोविड प्रोटोकाल के साथ नवरात्र का पर्व मनाने की अपील की।
अधिकारियों ने सुनीं जनता की समस्याएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर आगमन की सूचना पर उनसे अपनी समस्या कहने के लिए हमेशा की तरह बड़ी संख्या में लोग शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम और यात्री निवास पहुंचे। नवरात्र की पूजा की वजह से मुख्यमंत्री खुद तो जनता दर्शन के लिए नहीं जा सके लेकिन उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए पहले से निर्देशित कर रखा था। ऐसे में तय समय पर कमिश्नर, डीएम, एसएसएस सहित जिले के करीब सभी आला अफसर जनता दर्शन में पहुंचे और सभी लोगोें की समस्याएं सुनीं और आवदेन पत्र लेकर समाधान का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने दोनों स्थानों को मिलाकर 300 लोगों की समस्या सुनी।