नई दिल्ली, अब आप चाहे कबड्डी खेलो या कुश्ती, क्रिकेट खेलो या फुटबाल में नाम कमाओ, जिस खेल में बेहतर प्रदर्शन करोगे, उसी में स्नातक की डिग्री मिल जाएगी। यह घोषणा शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत 60 खिलाड़ियों को करीब चार करोड़ रुपये का चेक देने के लिए दिल्ली सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में की।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली खेल विश्वविद्यालय में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी आएंगे, जो पहले से ही स्थापित होंगे, लेकिन उनके हुनर को और निखारना है। इसके अलावा, छठी-सातवीं कक्षा के जिन बच्चों के अंदर थोड़ा हुनर है, उन्हें स्कूल में शामिल कर खेलने का मौका दिया जाएगा। फिर उन्हें खिलाड़ी के रूप में तैयार किया जाएगा। उनको खेल में बीए, एमए के लिए तैयार नहीं करेंगे, बल्कि उन्हें स्नातक स्पोर्ट्स, स्नातक क्रिकेट, स्नातक कबड्डी की डिग्री दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि खेलों में लोगों को यह बड़ी दिक्कत आती है कि अगर खेलते-खेलते पढ़ाई छूट गई और स्नातक भी नहीं कर सके, तो क्या होगा। अगर खेल में चयन नहीं हुआ, तो नौकरी भी नहीं मिलेगी। लेकिन, अब यह चिंता नहीं रहेगी। अब कबड्डी खेलें या कुश्ती करें, क्रिकेट और फुटबाल खेलें, आप जिस खेल में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उसी खेल में स्नातक की डिग्री मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि भगवान करे कि खेल में आप खूब तरक्की करें, लेकिन दुर्भाग्य से खेल में कुछ खास नहीं हो पाया तो भी नौकरी का रास्ता बंद नहीं होगा। आपको नौकरी भी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली में जिस तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है, उससे भविष्य में दिल्ली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करेगी।
चार सदस्यीय समिति करती है आर्थिक मदद के लिए प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन
सीएम ने कहा कि मुझे बेहद खुशी हो रही है कि हम लोगों ने पहले साल 117 खिलाडि़यों को मदद दी थी और आज 60 ऐसे खिलाडि़यों को चेक दिए गए हैं, जिन्होंने मिशन एक्सीलेंस के तहत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया है। सब लोगों को अलग-अलग राशि दी गई है।
अच्छी बात यह है कि इसके अंदर किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है। चार सदस्यीय चयन समिति के सभी सदस्य स्पोर्ट्समैन हैं। समिति तय करती है कि योजना के तहत किसे कितनी सहायता राशि देनी है। योजना के तहत अधिकतम 16 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जा सकती है।
शरद कुमार व रवि दहिया ने भारत को किया गौरवान्वित
सिसोदियाउपमुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे खिलाड़ी जीत जाते हैं, तो उन्हें सब पैसे देते हैं, सम्मान देते हैं, लेकिन जब खिलाड़ी प्रशिक्षण के दौरान संघर्ष कर रहे होते हैं, उनके पास ट्रेनिंग और खेल संबंधी अन्य सुविधाओं के लिए पैसे नहीं होते हैं, तब उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आता है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में शरद कुमार और रवि दहिया शुरुआती खिलाड़ी थे, जिन्हें मिशन एक्सीलेंस के तहत सहायता दी गई थी और इन दोनों ने ओलिंपिक में मेडल जीतकर देश को गौरवान्वित किया।