देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में दृष्टिबाधित बच्चों के साथ अपना जन्म दिवस मनाया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि संस्थान में बच्चों को स्कूल बस की व्यवस्था की जाएगी एवं 10 कम्प्यूटर दिए जायेंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वृक्षारोपण किया एवं दृष्टिबाधित बच्चों को मिष्ठान वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि मैं बच्चों के बीच आकर अभिभूत हूं। उन्होंने कहा की संकल्प शक्ति एवं इच्छा शक्ति दो ऐसी शक्तियां हैं, इनसे हम सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। जिन लोगों ने भी इतिहास बनाया है, वे साधारण परिस्थितियों में अपनी इच्छा और संकल्प शक्ति से बुलंदियों तक पहुंचे हैं।
।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि कोविड-19 से वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में रोजगार एवं अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद, उत्तराखण्ड चिकित्सा चयन बोर्ड एवं राज्य की अन्य चयन संस्थाओं द्वारा भर्ती के लिए आमंत्रित आवेदन पत्रों हेतु लिए जाने वाले शुल्क के व्यय भार से आवेदकों को मुक्त करने हेतु 31 मार्च, 2022 तक आवेदन शुल्क नहीं लिया जायेगा ।
मुख्यमंत्री ने बाल वनिता आश्रम के सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्होंने कहा की मुझे पूरी उम्मीद है कि ये बच्चे जिस भी कार्य क्षेत्र में जाएंगे अपना और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर गुरुवार को टपकेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की एवं भगवान शिव का जलाभिषेक कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि भगवान भोलेनाथ हमारे आराध्य देव हैं। आज भगवान की शरण में आया हूं। भगवान भोलेनाथ से कामना करता हूं कि प्रदेश नई ऊंचाइयों को छुए
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, जिलाधिकारी देहरादून डॉ.आर राजेश कुमार एवं एसएसपी जन्मेजय खंडूरी भी मौजूद थे।