लखनऊ कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रित होने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार औद्योगिक-आर्थिक गतिविधियों को और तेज करना चाहती है। इसके लिए सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की 31,542 एमएसएमई इकाइयों को 2505.58 करोड़ रुपये ऋण वितरित किया। इसके साथ ही भदोही, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मीरजापुर, मैनपुरी, मऊ, आगरा, बिजनौर और मुजफ्फरनगर के 73.54 करोड़ रुपये के एक जिला एक उत्पाद सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) का शिलान्यास व पोर्टल का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अपने सरकारी आवास से ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने कहा कि एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में अच्छा काम किया है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में राहत मिलते ही एमएसएमई इकाइयों के लिए आनलाइन ऋण मेले का आयोजन सराहनीय है। योगी ने इसी तर्ज पर एक महीने में सभी 75 जिलों में भी ऋण मेले आयोजित कर उनसे प्रभारी मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक आदि को भी जोड़ने का निर्देश दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले चरण में भी बैंकों के साथ समन्वय करके एमएसएमई इकाइयों को मजबूत करने के लिए बड़ी मात्रा में ऋण वितरण किया गया था, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर तैयार हुए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होने के बावजूद यहां बेरोजगारी की दर सबसे कम है। सरकार ने चार लाख से अधिक युवाओं को राजकीय सेवाओं में नौकरी दी है, जबकि एमएसएमई के माध्यम से डेढ़ करोड़ रोजगार दिए गए।
लाभार्थियों से बात कर बढ़ाया हौसला : योगी योगी आदित्यनाथ ने सामान्य सुविधा केंद्रों से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों और विभिन्न स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थियों से संवाद किया। इनमें भदोही वूलेन एसोसिएशन, आगरा शू आर्टिजंस एसोसिएशन और गाजियाबाद के एकेजी फाउंडेशन फार इनोवेशन एंड प्रोडक्ट डेवलेपमेंट के प्रतिनिधि शामिल थे। इसी तरह प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थी गोरखपुर के शम्सुद्दीन मोहम्मद, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की लाभार्थी वाराणसी निवासी मंदाकिनी प्रकाश, ललितपुर के आकाश जैन, मथुरा की अनुष्का, एक जिला एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के लाभार्थी प्रयागराज निवासी स्वास्तिक गुप्ता और कानपुर देहात के ज्ञान सिंह कुशवाहा से भी बात की। उनके कामकाज की जानकारी लेकर हौसला भी बढ़ाया। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत पांच लाभार्थियों को टूलकिट भी दिए गए।
देश भर में सरकार की पहल की चर्चा : एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एमएसएमई विभाग ने चार वर्षों में स्थानीय हुनर के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर तैयार किए हैं। आनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के माध्यम से एमएसएमई इकाइयों को ऋण दिया गया। देश भर में इस पहल की चर्चा हो रही है। इसी तरह ओडीओपी योजना को दुनिया में सराहना मिली है। कार्यक्रम को विभाग के अपर मुख्य सचिव डा.नवनीत सहगल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल भी उपस्थित थे।
लाभार्थियों ने दिया सीएम को धन्यवाद
- वाराणसी की मंदाकिनी प्रकाश कहा कि वाशिंग पाउडर बनाने के लिए जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के जरिये मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत दस लाख रुपये का ऋण मिला। इसके लिए मुख्यमंत्री की अभारी हूं।
- ललितपुर के आकाश जैन ने बताया कि आटो रिपेयरिंग क्षेत्र में छोटे स्तर से मैंने काम शुरू किया। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत दस लाख रुपये का ऋण मिला, जिससे मेरे आटो रिपेयरिंग कारोबार को पंख लगेंगे।
- गोरखपुर के शमसुद्दीन मोहम्मद ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत मुझे आर्थिक सहायता मिली है। मेरा एक छोटा सा साइबर कैफे है। मुख्यमंत्री द्वारा मुझे दस लाख का ऋण मिला, जिससे मेरे व्यापार में उन्नति होगी।
- मथुरा की अनुष्का ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से मुझे सिलाई के काम के लिए छह लाख रुपये का ऋण मिला है, जिससे मेरा व्यापार बढ़ेगा। मैं सीएम की आभारी हूं कि उन्होंने प्रदेश में ऐसी कल्याणकारी योजना शुरू की।