कॉन्ग्रेस 2022 के चुनाव की रणनीति तय करने को ऋषिकेश में तीन दिवसीय मंथन शिविर मंगलवार से प्रारंभ कर चुकी है। जानिए

प्रयास उत्तराखंड ( दीपक धीमान) देहरादून ऋषिकेश:  प्रदेश में बरसात थमते ही कांग्रेस के सिपाही भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर जंग लड़ते नजर आएंगे। पार्टी की 11 समितियों ने जो कार्ययोजना प्रस्तावित की है, उसमें प्रदेश संगठन के साथ ही आम कार्यकर्त्ता को मोर्चे पर उतारने की पुरजोर पैरवी की गई है। इस मामले में पार्टी का एजेंडा जल्द सामने आ सकता है। कांग्रेस को उम्मीद है कि संघर्ष के बूते वह प्रदेश की सत्ता में वापसी कर सकती है। प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज भाजपा को हटाने के लिए सड़कों पर आंदोलन की रूपरेखा को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। पार्टी 2022 के चुनाव की रणनीति तय करने को ऋषिकेश में तीन दिनी मंथन शिविर मंगलवार से प्रारंभ कर चुकी है। शिविर में पार्टी की ओर से हाल ही में गठित की गईं समितियों की ओर से तैयार कार्ययोजना पर भी मुहर लगनी है।

कार्यकर्ताओं का बढ़ाया जा रहा मनोबल

दरअसल प्रदेश कांग्रेस की जंबो कार्यकारिणी और पांच अध्यक्ष बनाने के पीछे कांग्रेस की रणनीति एकजुट होकर भाजपा पर प्रहार करने की है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक में समितियों के अध्यक्षों की बैठक हो चुकी है। इसमें समितियों को पार्टी के तेवरों को धार देने और कार्यकर्त्ताओं का मनोबल बढ़ाने को नई कार्ययोजना तैयार करने का टास्क सौंपा गया था। समितियों की कम समय में हुई बैठकों में तमाम सदस्यों ने जिस तरह बढ़-चढ़कर भाग लिया, उससे पार्टी में उत्साह दिखने लगा है।

ऋषिकेश में देहरादून रोड स्थित एक होटल में आयोजित उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की विचार मंथन बैठक के पहले सत्र में चुनाव प्रचार कमेटी और चुनाव संचालन समिति की बैठक हुई। दूसरे सत्र में चुनाव प्रबंधन समिति और प्रशिक्षण कार्यक्रम कमेटी की बैठक में चुनाव प्रबंधन पर चर्चा की गई। तीसरे सत्र में पब्लिसिटी कमेटी और कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति की बैठक में सुझाव आमंत्रित किए गए।

चौथे सत्र में आउटरीच कमेटी और मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक और अंतिम सत्र में मीडिया कमेटी और समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में प्रदेश प्रभारी व कोर कमेटी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने समिति सदस्यों को केंद्रीय संगठन की ओर से जारी दिशानिर्देश की जानकारी दी। उन्होंने सदस्यों कहा कि उनके जो भी सुझाव है उन्हें कमेटी को लिखित रूप में उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस संगठन की ओर से जितनी भी समितियां गठित की गई हैं उन प्रमुख समितियों की बैठक तीन दिन में होगी। आखिरी दिन अंतिम सत्र में सभी समितियों में आए विचार और सुझाव की समीक्षा करने के बाद ही भावी रणनीति तैयार की जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम कमेटी के अध्यक्ष विजय सारस्वत और संयोजक इंदु मान के मुताबिक प्रदेश के करीब 11 हजार बूथों पर प्रत्येक बूथ में दो प्रशिक्षित सदस्य यानी 22,000 कार्यकर्त्‍ताओं को प्रशिक्षित करने का सुझाव प्रशिक्षण कमेटी की ओर से दिया गया।

बैठक में चुनाव अभियान के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की विफलताओं के अतिरिक्त आजादी से पूर्व और आजादी के 60 साल बाद कांग्रेस की उपलब्धियों को भी तथ्यात्मक और प्रेरक तरीके से जन जन पहुंचाने का भी सुझाव दिया गया। बैठक में बैठक में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, राजेश धर्माणी, दीपिका पांडे सिंह, किशोर उपाध्याय, तिलक राज बेहड़, प्रदीप टम्टा, काजी निजामुद्दीन, प्रोफेसर जीतराम, भुवन कापड़ी, रंजीत रावत, करण महरा, प्रकाश जोशी, नवप्रभात, मयूख महर, मनीष खंडूरी, आदेश चौहान, राजेंद्र भंडारी, ममता राकेश, आर्येंद्र शर्मा, गोविंद सिंह कुंजवाल, शूरवीर सिंह सजवाण, महेंद्र सिंह महरा, हीरा सिंह बिष्ट, सूर्यकांत धस्माना, जयेंद्र रमोला आदि शामिल हुए।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *