प्रयागराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष तथा निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेन्द्र गिरि की सोमवार को संदिग्ध मौत का मामला गहराता जा रहा है। बाघम्बरी गद्दी मठ के उनके कमरे में उनका शव मिलने के मामले की सीबीआइ जांच की मांग की जा रही है।
प्रयागराज में महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले में अधिवक्ता सुनील चौधरी ने सीबीआइ जांच की मांग की है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में उन्होंने एक याचिका दाखिल कर पूरे मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है। उनकी याचिका में कहा गया है कि इस मामले में यह बात सामने आ रही है कि कोई उच्च पुलिस अधिकारी भी इस प्रकरण में शामिल हैं, ऐसे में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
सरकार सीबीआइ जांच के लिए तैयार
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मंगलवार को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी पहुंचे और उन्होंने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि सरकार सीबीआइ जांच के लिए तैयार है, यदि निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर व अखाड़ा परिषद कहेगी तो मामले की सीबीआइ जांच कराई जाएगी।
सांसद ने भी की जांच की मांग
प्रयागराज से भारतीय जनता पार्टी की सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि यदि यह आत्महया है तो क्यों है, इसकी गहन जांच होनी चाहिए। यदि यह आत्महत्या नहीं है तो क्या है। इसकी जांच होनी चाहिए। यह संतों की सरकार है, इसमें किसी संत के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
पांच डॉक्टर करेंगे पोस्टमार्टम
प्रयागराज में मंगलवार को पांच डाक्टर्स का पैनल महंत नरेन्द्र गिरि के शव का पोस्टमार्टम। इस पैनल में दो डाक्टर मेडिकल कालेज, दो जिला अस्पताल से और एक सीएमओ आफिस के हैं।