लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रिसमस और माघ मेला में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित कर शांति-व्यवस्था कायम रखी जाए। उन्होंने कहा कि शरारती तत्व माहौल बिगाडऩे के लिए ऐसे मौकों की तलाश में रहते हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि क्रिसमस की आड़ में कहीं मतांतरण की कोई घटना न होने पाए।
माघ मेला की तैयारियों को समय से पूर्ण किए जाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से जोन, मंडल, रेंज व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर माघ मेला की तैयारियों को समय से पूर्ण किए जाने का निर्देश दिया। कहा कि हर श्रद्धालु-हर कल्पवासी अपने व्रत-संकल्प की पूर्ति अपनी आस्था के अनुरूप कर सकें, इसके लिए अच्छी व्यवस्था देनी होगी। यह आयोजन प्रयागराज कुंभ 2025 का पूर्वाभ्यास है। योगी ने कोविड से बचाव की तैयारियों, शीतलहर में लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी।
बेटियों-महिलाओं के साथ छेडख़ानी करने वाले शोहदों के विरुद्ध हो कठोरतम कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने बेटियों-महिलाओं के साथ छेडख़ानी करने वाले शोहदों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने का निर्देश दिया। थाना व तहसील दिवसों में प्राप्त शिकातयों का निस्तारण अगले थाना/तहसील दिवस से पूर्व जरूर करने पर जोर दिया। कहा कि फील्ड में तैनात अधिकारी अपने तैनाती क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। पुलिस कमिश्नरेट में सभी डीसीपी के कार्यालय और आवास उनके प्रभार वाले क्षेत्र में ही बनाए जाएं।
धर्मस्थलों से हटाए गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि धर्मस्थलों से हटाए गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाए। जहां कहीं लग गए हैं, उन्हें तत्काल हटवाया जाए। किसी भी जिले में अवैध टैक्सी, बस व साइकिल स्टैंड संचालित न हों। अवैध शराब के कारोबार पर भी पूरी तरह से शिकंजा कसा जाए। नशे के लती पुलिसकर्मियों को फील्ड की जिम्मेदारी कतई न दी जाए। ऐसे कर्मियों को चिह्नित कर उनकी सेवाएं समाप्त की जानी चाहिए।
अन्य जिलों भी हो निवेशक व निर्यातक सम्मेलन
योगी ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के ²ष्टिगत बीते दिनों बाराबंकी में एक दिवसीय निवेशक व निर्यातक सम्मेलन का आयोजन हुआ था। ऐसे प्रयास प्रेरणास्पद है, जिन्हें अन्य जिलों में भी किए जाना चाहिए। प्रदेश में औद्योगीकरण व रोजागार को बढ़ावा देने के लिए नई इंडस्ट्रियल सेक्टोरल पालिसी लाई गई है। डीमए व जिला उद्योग केंद्र अपने क्षेत्रों में इन नीतियों से उद्यमियों को अवगत कराएं। जिला उद्योग बंधु की बैठकें नियमित रूप से हों, जिनमें डीएम व एसपी उपस्थित रहें। उद्यमियों की हर समस्या का समाधान करें।