देहरादूनः दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। सहारनपुर की तरफ गणेशपुर से डाटकाली के बीच बनने वाली एलिवेटेड रोड का काम पूरा होते ही दिल्ली से देहरादून के बीच सफर की सूरत बदल जाएगी।
इसकी महत्ता को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी दिन-रात काम में जुटे हैं। बुधवार को हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने धर्मपुर विधायक विनोद चमोली के साथ एलिवेटेड रोड की प्रगति का जायजा लिया। काम की तेज गति पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को कुछ दिशा-निर्देश भी दिए
निरीक्षण के दौरान राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक पंकज मौर्य ने अवगत कराया कि 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड के लिए कुल 550 पिलर का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 230 पिलर खड़े कर दिए गए हैं और करीब 300 पिलर के लिए फाउंडेशन संबंधी काम पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही 340 मीटर की डाटकाली टनल को अक्टूबर 2023 के लक्ष्य की जगह मार्च 2023 में पूरा कर दिया जाएगा। शेष परियोजना पर भी तेज गति से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि परियोजना का काम पूरा हो जाने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर ढाई से तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा। क्योंकि, गति पर ब्रेक लगाने और जाम का कारण बनने वाले तमाम मोड़ एलिवेटेड रोड के बाद समाप्त हो जाएंगे। इसके नीचे का भाग वन्यजीवों के विचरण के लिए स्वछंद हो जाएगा। निरीक्षण में भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि महेश पांडे, रतन चौहान, संदीप मुखर्जी, सतीश कश्यप, दीपक नेगी, सुधीर थापा, राजू बोहरा, सुबोध नौटियाल आदि शामिल रहे।
देहरादून तक बनाया जाए फ्लाईओवर
सांसद निशंक ने निरीक्षण के दौरान कहा कि शहर के विस्तार के साथ यातायात का दबाव काफी बढ़ गया है। इसे देखते हुए देहरादून की तरफ आइएसबीटी के पास से एक्सप्रेसवे परियोजना को सीधे फ्लाईओवर से जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने चंद्रबनी से अशारोड़ी तक फुटपाथ तैयार करने के निर्देश भी दिए।
परियोजना पर एक नजर
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, 210 किलोमीटर
- बजट, करीब 12 हजार करोड़ रुपये
- एलिवेटेड रोड, 12 किलोमीटर
- बजट, 1400 करोड़ रुपये
- लक्ष्य, अक्टूबर 2023
मोहंड के सिंगल लेन पुल की जगह बना नया पुल
मोहंड में भारी जाम का कारण बनने वाले सिंगल लेन लोहे के पुल की जगह बगल में नया डबल लेन पुल बना दिया गया है। अब यहां से वाहन बिना जाम में फंसे गुजर रहे हैं। एलिवेटेड रोड के बाद इस पुल का प्रयोग वन विभाग कर सकेगा। साथ ही एलिवेटेड रोड के समय-समय पर निरीक्षण के दौरान भी यह पुल काम आ सकेगा।