रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के लिए बरसात शुरू होने से पूर्व चार हेली कंपनियों ने अपनी सेवाएं बंद कर अपना बोरिया बिस्तर बांध दिया है। बरसात में हेली सेवाएं पूरी तरह बंद हो जाती हैं, हालांकि गत वर्ष हिमालय हेली ने पूरे बरसात सीजन में भी अपनी सेवाएं जारी रखी थी।
विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम यात्रा में इस वर्ष रिकार्ड श्रद्धालु बाबा के दर्शनों को पहुंचे हैं। हेली सेवा से भी बड़ी संख्या में बाबा के दर्शनों को यात्री पहुंचे। कुल 59 हजार 645 यात्रियों ने हेली सेवा से बाबा के दर्शन किए।
चार हेली कंपनियों ने अपनी सेवाएं बंद कर दी
वहीं मानसून की शुरूआत को देखते हुए चार हेली कंपनियों ने अपनी सेवाएं गुरूवार से बंद कर दी है। जिसमें पवन हंस, क्रिस्टल ऐविएशन, थम्बी व ग्लोबल एविऐशन शामिल है। हेली सेवाएं बरसात के बाद दुबारा मौसम ठीक होने पर सितंबर माह से केदारनाथ धाम के लिए अपनी सेवाएं शुरू करती हैं।
अभी वर्तमान में केदारनाथ धाम के लिए नौ कंपनियों को अनुमति मिली थी, जिसमें किस्टल ऐविएशन को दो हेलीपैड से उड़ान भरने की अनुमति थी, लेकिन यात्रा के शुरू होने से पहले ही केदारनाथ हेलीपैड पर किस्टल ऐविएशन के हेली की पंखुड़ी से एक अधिकारी की मौत के बाद सेवाएं बंद कर दी गई थी।
जिसके चलते आठ हेली कम्पनियां ने ही अपनी सेवाएं दी। जिनमें गुप्तकाशी से आर्यन एविएशन व ट्रांस भारत, फाटा से पवन हंस, थुम्बी एविएशन, ग्लोबल वेक्ट्रा व किस्ट्रल, तथा शेरसी सेक्टर से हिमालयन हेली, केस्ट्रल एविएशन व एरो एविएशन शामिल हैं।
पवन हंस ऐविएशन के प्रबंधन अनिल उप्रेती ने बताया कि सेवाएं गुरूवार से बंद कर दी गई है। बरसात के कारण सेवाएं बंर की जा रही हैं। अब फिर से सितंबर में शुरू होंगी। इस यात्रा सीजन के प्रथम चरण में कुल 10521 उड़ाने भरी गई हैं, जिसमें 59645 यात्री हेली सेवा से बाबा के दर्शनों को पहुंचे।