उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार तमाम परियोजनाओं के काम में तेजी लाकर जल्द पूरा करा देना चाहती है। इनमें सरकार की प्राथमिकता में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण इसी महीने का लक्ष्य तय है। दावा भी किया गया है कि 31 दिसंबर तक एक्सप्रेसवे की एक साइड यातायात के लिए खोल दी जाएगी, जबकि दोनों साइड इसी वर्ष 30 अप्रैल तक शुरू होंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मंगलवार को लोकभवन में आयोजित प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप की बैठक में विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए काम को गति दें। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का एक साइड यातायात के लिए 31 दिसंबर तक खोला जाना है। बाकी काम को तेजी से पूरा किया जाए।
उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया। कहा कि इसकी भी एक साइड जून, 2022 तक खोलने का लक्ष्य है। उसी के अनुसार टाइमलाइन बनाकर काम करें। डिफेंस कारिडोर की समीक्षा में उन्होंने लखनऊ नोड में लैंडबैंक बढ़ाने के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे के प्रस्तावित शिलान्यास के लिए सभी तैयारियां समय से पूरा कराने पर जोर दिया।
परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण करते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेसवे का निर्माण निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार किया जा रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की एक साइड 31 दिसंबर तक और दोनों साइड 30 अप्रैल, 2022 तक यातायात के लिए खोल दी जाएंगी। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से चल रहा है। निर्धारित समय में इसे पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए 93 प्रतिशत भूमि उपलब्ध है। निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। वहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टायलेट बनाए जा रहे हैं। साइनेज का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने डिफेंस कारिडोर के सभी नोड पर कंपनियों को आवंटित जमीन और प्रगति का भी ब्योरा रखा। बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।