केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से डिस्चार्ज कर दिया गया है। एम्स की ओर से सोमवार को यह जानकारी दी गई है। इससे पहले इलाज के बाद वह पूरी तरह ठीक हैं, इसकी जानकारी शनिवार को एम्स ने खुद दी थी और यह भी कहा था कि उन्हें कभी भी डिस्चार्ज किया जा सकता है। इसी कड़ी में पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद अमित शाह को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है। गौरतलब है कि अमित शाह इसी महीने की 18 अगस्त को हल्के बुखार और थकान की शिकायत के चलते के एम्स में भर्ती हुए थे। तकरीबन 12 दिन चले इलाज के बाद उन्हें एम्स से डिस्चार्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि वह पूरी तरह से ठीक हैं और जल्द ही वह कामकाज संभाल सकते हैं। यहां पर बता दें कि एम्स में भर्ती होने के दौरान भी वह अस्पताल से कामकाज कर रहे थे।
गृहमंत्री अमित शाह 2 अगस्त को कोरोना वायरस से भी संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के बाद ठीक हो कर घर आ गए थे, लेकिन थकान और शरीर में दर्द की शिकायत के बाद अमित शाह को एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां पर उनका इलाज एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया की अगुवाई वाली टीम की देखरेख में चला।
इलाज के दौरान भी अस्पताल से करते रहे काम
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री को 18 अगस्त को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया। इस दौरान ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया था। इलाज के दौरान अमित शाह अस्पताल से ही विधिवत काम करते रहे और जरूरत पढ़ने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए। भर्ती होने के अगले ही दिन एम्स के मीडिया और प्रोटोकॉल विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया था कि उनकी कोरोना जांच भी की गई, जो कि नेगेटिव आई है।
55 वर्षीय शाह ने 2 अगस्त को ट्विटर के माध्यम से देश के बताया था कि वह कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें यहां से डिस्चार्ज किया गया था। इसके कुछ दिन बाद सांस में तकलीफ के साथ थकान होने के चलते वह एम्स में भर्ती हुए थे।