महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा हे कि उन्होंने हिंदुत्व की आड़ में उनके पिता बाला साहेब ठाकरे को ठगने का काम किया। उन्होंने ये भी कहा कि बाला साहेब ठाकरे बेहद भोले इंसान थे, लेकिन वो ऐसे नहीं हैं। राज्य के सीएम ने साफ कहा कि वो भाजपा को अपने एजेंडे में कभी सफल नहीं होने देंगे। मेरी आंख और कान उनकी रणनीति और चाल को देखने और समझने के लिए पूरी तरह से खुले हैं। उन्होंने कहा कि वो भाजपा के एजेंडे से पूरी तरह से परिचित हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने ये बातें मुंबई में आयोजित एक इवेंट के दौरान कही हैं।
उन्होंने यहां तक कहा कि महाराष्ट्र के हिंदुओं को हिंदुत्व की आड़ में बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है। वो भाजपा के हिंदुत्व की नीति के जाल में नहीं फंसने वाले हैं। उन्होंने भाजपा की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वो लोग ऐसा मान रहे हैं कि राज्य के लोग महाराष्ट्र के उत्थान के लिए उनसे मदद मांगेंगे। मुख्यमंत्री ने भाजपा को उस दौर की याद दिलाई जब भाजपा से शिवसेना का गठबंधन था। उन्होंने कहा कि शिवसेना केवल हिंदुत्व के नाम पर उनके साथ थी। 1987 में पहली बार शिवसेना ने हिंदुत्व के नाम पर ही जीत दर्ज की थी। ये जीत पार्टी को विलेपार्ले में मिली थी। शिव सेना के खिलाफ खड़े होने वालो प्रत्याशी को यहां पर हार का मुंह देखना पड़ा था।
इस जीत के बाद ही भाजपा के नेता बाला साहेब ठाकरे से मिलने के लिए और गठबंधन के लिए उनके पास आए थे। उद्धव ठाकरे ने इस दौरान न केवल भाजपा को जमकर कोसा बल्कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि हिंदुत्व के नाम पर कुछ नए लोग राजनीति में आ रहे हैं, तो उन लोगों के लिए अपनी पहचान बनाना भी काफी मुश्किल है। ऐसे लोग कभी मराठी गेम खेलते हैं तो कभी हिंदुत्व का राग अलापने लगते हैं। बीते दो वर्षों से उनका ये ड्रामा पूरी तरह से बंद हो गया है। लेकिन अब वो फिर से शुरुआत कर रहे हैं। अब उन्होंने अपना झंडा भी बदल लिया है। ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी सही में हिंदुत्व की ही राह पर चलती है और उसका ही समर्थन करती है।