अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने पिछले साल अगस्त में एशेज सीरीज के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की थी। आइसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला लंदन के लॉर्डस मैदान पर जून 2021 में खेला जाना है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण कई सीरीज स्थगित कर दी गई हैं। ऐसे में आइसीसी इसके कार्यक्रम पर भी विचार करेगा कि कैसे इस टूर्नामेंट को आयोजित किया जाएगा।
आइसीसी के एक अधिकारी ने कहा कि चैंपियनशिप के कार्यक्रम में बदलाव करने की जरूरत पड़ी तो ऐसी स्थिति में विकल्पों को देखा जा रहा है। हम टूर्नामेंट की रणनीति का काम जारी रखे हुए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि इसके लिए टीम प्रयास की जरूरत है वो सिर्फ आइसीसी से नहीं बल्कि सभी सदस्यों से। सबसे पहले सभी को अपने आंतिरक मुद्दों पर काम करना होगा।
बता दें कि आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत इसलिए हुई थी, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को लोगों ने प्राथमिकता देना बंद कर दिया था। यहां तक कि क्रिकेटर भी क्रिकेट के इस प्रारूप को ज्यादा पसंद नहीं कर रहे थे। ऐसे में टेस्ट क्रिकेट में जान फूंकने के इरादे से आइसीसी ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की थी, लेकिन कोरोना वायरस ने आइसीसी के इरादों पर पानी फेर दिया। इस वायरस के कारण ये टूर्नामेंट काफी प्रभावित हुआ है।
पिछले साल अगस्त में शुरू हुई आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम अंकतालिका में टॉप पर बनी हुई है। भारतीय टीम ने 9 में से 7 मुकाबले जीते हैं और 360 अंकों के साथ शीर्ष पर है। वहीं, दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई टीम है, जिसके 296 अंक हैं। इस लिस्ट में तीसरे नंबर की टीम न्यूजीलैंड है, जिसके खाते में 180 प्वाइंट्स हैं। वहीं, चौथे नंबर पर इंग्लैंड की टीम का नाम है, जिसके 146 अंक हैं। हालांकि, इस टूर्नामेंट का फाइनल टॉप की दो टीमों के बीच होगा।