नई दिल्ली, कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद दिल्ली की अपनी पहली यात्रा में बसवराज बोम्मई शुक्रवार को यहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। बोम्मई दिल्ली के अपने दौरे के दौरान केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी और अन्य शीर्ष भाजपा नेताओं के साथ उनकी बैठक के दौरान प्रस्तावित कर्नाटक कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा होने की संभावना है।
नए मुख्यमंत्री बोम्मई के लिए अपनी सरकार में मंत्रालय का विस्तार करना पहली बड़ी चुनौती होगी क्योंकि उन्हें राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के भीतर गुटों के बीच संतुलन बनाए रखते हुए कैबिनेट गठन की कवायद से गुजरना होगा। 2019 में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल होने वाले पार्टी के पुराने नेताओं और विधायकों में कई मंत्री पद पाने के आकांक्षी हैं।
केएस ईश्वरप्पा भी हैं मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों की दौड़ में
कर्नाटक सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने स्पष्ट किया था कि वह एक अन्य वरिष्ठ नेता जगदीश शेट्टार के विपरीत मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए तैयार हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा था कि हालांकि उनके समर्थक उनके लिए उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर रहे हैं, लेकिन पार्टी उनके लिए जो भी भूमिका तय करेगी, वह स्वीकार करेंगे।
बता दें कि बीएस येदियुरप्पा के शीर्ष पद से इस्तीफे के दो दिन बाद 28 जुलाई को बोम्मई ने कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस पद पर बने रहने की अटकलों को समाप्त कर दिया था। 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले येदियुरप्पा ने आश्वासन दिया कि वह आगामी चुनावों में पार्टी को सत्ता में वापस लाने के लिए काम करेंगे।