भारत में भले ही कोरोना वायरस संक्रमण मामले स्थिर नजर आ रहे हैं, लेकिन कई देशों में हालात ठीक नहीं हैं। सऊदी अरब में कोविड-19 के केस फिर बढ़ने लगे हैं। ऐसे में सउदी सरकार ने भारत सहित 16 देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, सरकार ने लोगों को बताया है कि मंकीपॉक्स का कोई भी मामला देश में अभी तक सामने नहीं आया है। इन 16 देशों में भारत के अलावा कांगो गणराज्य, लीबिया, इंडोनेशिया, लेबनान, सीरिया, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, यमन, सोमालिया, इथियोपिया, वियतनाम, आर्मेनिया, बेलारूस शामिल हैं।
भारत सरकार भी अलर्ट
इधर, नॉर्थ कोरिया में भी कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। यहां प्रतिदिन लाखों कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। सऊदी अरब में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि देश में अभी एक भी मंकीपॉक्स का केस सामने नहीं आया है। निवारक स्वास्थ्य के लिए उप स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला असिरी ने कहा है कि देश के पास मंकीपॉक्स के मामलों के पता करने की क्षमता है। अगर कोई मामला सामने आता है तो सरकार संक्रमण से निपटने के लिए भी तैयार है।
मंकीपॉक्स कितना घातक?
बता दें कि मंकीपॉक्स को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी देशों को सतर्क किया है। हालांकि, भारत में अभी तक मंकीपॉक्स के मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। मंकीपॉक्स स्मॉलपॉक्स की तरह ही एक वायरल इन्फेक्शन है जो चूहों और खासकर बंदरों से इंसानों में फैल सकता है। अब्दुल्ला असिरी ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर अब तक, मनुष्यों के बीच फैलने के केस बहुत कम देखें गए हैं। इसलिए इससे होने वाले किसी भी प्रकोप की संभावना बहुत कम है, उस देशों में भी इसके फैलने की संभावना बहुत कम हैं जहां इसके संक्रमण पाए गए हैं।
WHO ने किया सतर्क
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 11 देशों में मंकीपॉक्स के 80 मामलों की पुष्टि की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वह मंकीपॉक्स के प्रकोप की सीमा और कारण को बेहतर ढंग से समझने के लिए काम कर रहा है। शुक्रवार को जारी एक बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वायरस कई देशों में कुछ जानवरों के बीच फैलता है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों में कभी-कभार इसका प्रकोप होता है।