कांग्रेस हाईकमान ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है पर इसे लेकर अंदरूनी खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ इस निर्णय को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू हाईकमान के साथ होने की बात कह रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धूू इससे सहमत नहीं है। उन्होंने हाईकमान के निर्णय पर यह कहते हुए आपत्ति जताई कि राहुल गांधी को मिसगाइड किया गया है।
डा. नवजोत कौर सिद्धू मंगलवार को अमृतसर पूर्वी से कांग्रेस प्रत्याशी पति नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में प्रचार कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू ही सही मुख्यमंत्री चेहरा थे। उन्होंने तो सीएम चन्नी को गरीब मानने से भी इन्कार कर दिया। डा. सिद्धू ने कहा कि हमसे ज्यादा संपत्ति उनके पास है। ऐसे में उन्हें गरीब नहीं कहा जा सकता है।
सिद्धू सीएम बनते तो 6 महीने में पंजाब की दिक्कत दूर हो जाती
डा. सिद्धू ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से पहले उसकी शिक्षा, काम, ईमानदारी को देखा जाना चाहिए। सिद्धू ही कांग्रेस में इस पद के लिए सही उम्मीदवार थे। वह यह सब इसलिए नहीं कह रहीं कि सिद्धू उनके पति हैं, बल्कि उनका पंजाब मॉडल काफी अच्छा है। अगर वह सीएम बन जाते तो छह महीनों में पंजाब की दिक्कतें दूर हो जाती।
सीएम फेस को लेकर लंबी चली खींचतान
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच लंबे समय से पंजाब कांग्रेस सीएम फेस को लेकर खींचतान चल रही थी। राहुल गांधी की जालंधर रैली के समय यह मुद्दा पूरी तरह गरमा गया था। चन्नी और सिद्धू दोनों ने हाईकमान से किसी एक को सीएम फेस घोषित करने का दबाव बनाया तो राहुल गांधी ने रैली में कह दिया कि इसका फैसला लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे। इसके बाद 6 फरवरी को लुधियाना की रैली में राहुल गांधी चरणजीत सिंह चन्नी की सीएम फेस घोषित कर दिया था।