मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पढ़े लिखे होने का सवाल उठाया है। सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि प्रधानमंत्री का कम पढ़ा लिखा होना देश के लिए बेहद खतरनाक ह। सिसोदिया ने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी विज्ञान की बातें नहीं समझते, वे शिक्षा का महत्व नहीं समझते। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने 60,000 स्कूल बंद किए। भारत की तरक्की के लिए पढ़ा लिखा पीएम होना बेहद जरूरी है।
सिसोदिया ने लिखा, ‘आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। दुनिया भर में विज्ञान और टेक्नॉलॉजी में हर रोज नई तरक्की हो रही है। सारी दुनिया ऑफिशियल इंटेलिजेंस की बात कर रही है। ऐसे में जब में प्रधानमंत्री को ये कहते हुए सुनाता हूं कि गंदे नाले में पाइप डालकर उसकी गंदी गैस से चाय या खाना बनाया जा सकता है, तो मेरा दिल बैठ जाता है। क्या नाली की गंदी गैस से चाय या खाना बनाया जा सकता है? नहीं। जब प्रधानमंत्री कहते हैं कि बादलों के पीछे उड़ते जहाज को रडार नहीं पकड़ सकता तो घरी दुनिया के वो लोगों में तो हास्य के पात्र बनते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे उनका मजाक बनाते हैं।’
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, ‘उनके इस तरह के बयान देश के लिए बेहद खतरनाक हैं। इसके कई नुकसान जैसे पूरी दुनिया को पता चल जाता है कि भारत के प्रधानमंत्री कितने कम पढ़े- लिखे हैं और उन्हें विज्ञान की बुनियादी जानकारी तक नहीं है। दूसरे देशों के राष्ट्र अध्यक्ष जब प्रधानमंत्री से गले मिलते हैं तो एक एक झप्पी की भारी कीमत लेकर चले जाते हैं। बदले में न जाने कितने कागजों पर साइन करवा लेते हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री तो समझ ही नहीं पाते कि क्योंकि वह तो कम पढ़े लिखे हैं।’