टूलकिट मामले में आरोपी निकिता जैकब फरार, कोर्ट ने जारी किया गैरजमानती वारंट

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर उपद्रव के लिए उकसाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि खराब करने के लिए टूलकिट बनाने की आरोपित दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने उसकी करीबी निकिती जैकब पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।  इसके लिए फरार निकिता जैकब की तलाश को आसान बनाने के लिए दिल्ली पुलिस उसके खिलाफ कोर्ट से नॉन बेलेबल वारंट जारी करवाया है।

इससे पहले दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उसे शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया और रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर पांच दिन की रिमांड पर लिया। साइबर सेल की टीम उससे द्वारका स्थित कार्यालय में पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में कई राज सामने आएंगे। पुलिस के अनुसार, बेंगलुरु में सोलादेवना हल्ली स्थित घर से गिरफ्तार मुख्य साजिशकर्ता दिशा रवि ने टूलकिट के गूगल डाक्यूमेंट को संपादित किया। वह इस डाक्यूमेंट को तैयार करने और इसका प्रसार करने के मामले में मुख्य साजिशकर्ता है।

निकिता जैकब और शांतनु की भी तलाश

पुलिस ने दिशा का रिमांड लेने के दौरान कोर्ट में कहा था कि साइबर सेल की टीम अब दिशा के करीबियों निकिता जैकब और शांतनु की भी तलाश कर रही है। दिशा का मोबाइल फोन व लैपटाप जब्त कर लिया गया है। उसने अपने फोन का डाटा डिलीट कर दिया है, जिसे फिर से हासिल करने के लिए फोन को फोरेंसिक लैब में भेजा गया है।

पुलिस का दावा है कि टूलकिट अभियान सुनियोजित साजिश के तहत चलाया गया था। इस मामले में दिशा की पहली गिरफ्तारी है। पुलिस का कहना है कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन को भड़काने के लिए साजिश के तहत टूलकिट अभियान चलाया गया। इसकी भनक लगने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ देशद्रोह, दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था।  दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि  दिशा ने ही खालिस्तान समर्थित संगठनों व अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर टूलकिट तैयार किया और इसे आगे ट्वीट कराया। यही टूलकिट स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया और बवाल मचने पर दिशा ने ही उसे ट्वीट डिलीट करने को कहा।

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