प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर के पास बने नए सर्किट हाउस का उद्घाटन किया। सर्किट हाउस के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत एक श्लोक के साथ की। मोदीने कहा, ‘भगवान सोमनाथ की आराधना में हमारे शास्त्रों में कहा कहा है- भक्तिप्रदानाय कृतावतारं, तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये। यानी, भगवान सोमनाथ की कृपा अवतीर्ण होती है, कृपा के भंडार खुल जाते हैं।’ पीएम ने कहा कि जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया, और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ, वो दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश हैं।
अलग-अलग राज्यों से, देश और दुनिया के अलग-अलग कोनों से सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने हर साल करीब करीब 1 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। ये श्रद्धालु जब यहां से वापस जाते हैं, तो अपने साथ कई नए अनुभव, कई नए विचार और एक नई सोच लेकर जाते हैं।
30 करोड़ की लागत से बना सर्किट हाउस
हर साल सोमनाथ मंदिर में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। मौजूदा सरकारी सुविधा मंदिर से काफी दूर है, इसीलिए यहां नए सर्किट हाउस की जरूरत महसूस की जा रही थी। नया सर्किट हाउस लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से बना है और ये सोमनाथ मंदिर के पास ही है।
क्या है खासियत?
इस सर्किट हाउस में कई तरह की आधुनिक सुविधाएं हैं। सर्किट हाउस उच्च श्रेणी के सुइट्स, वीआईपी और डीलक्स रूम, कांफ्रेंस रूम, आडिटोरियम की सुविधाओं से लैस हैं। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि हर कमरे से समुद्र का नजारा दिखेगा।
सोमनाथ मंदिर की विशेषता
सोमनाथ मंदिर के निर्माण में लगभग पांच साल लगे थे। मंदिर का शिखर करीब 150 फीट ऊंचा है। मंदिर के शिखर पर एक कलश स्थित है जिसका वजन 10 टन है। ये मंदिर पूरे 10 किमी तक फैला हुआ है। इसमें 42 मंदिर और हैं। मुख्य मंदिर के अंदर गर्भगृह, सभामंडपम और नृत्य मंडपम है। मंदिर के दक्षिण ओर समुद्र के किनारे एक स्तंभ है जिसे बाणस्तंभ के नाम से जाना जाता है।