प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा पे चर्चा के तहत छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों से बात कर रहे हैं । इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में छात्र, शिक्षक और अभिभावक आनलाइन माध्यम से जुड़ें हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह पांचवां ‘परीक्षा पे चर्चा 2022’ कार्यक्रम है। कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद आफलाइन परीक्षा देने जा रहे 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी काफी तनाव में हैं और प्रधानमंत्री द्वारा आज दिए जाने वाले टिप्स से उन्हें तनाव कम करने में काफी मदद मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान देश भर से करीब 20 छात्रों द्वारा प्रधानमंत्री से सवाल पूछे जाएंगे।
– छात्रों ने प्रधानमंत्री से कोरोना महामारी के दौरान आनलाइन पढ़ाई को लेकर सवाल पूछा कि अब आफलाइन मोड में आने के बाद परेशानियां हो रहीं हैं इससे कैसे निबटें। इस पर प्रधानमंत्री ने अपने जवाब में कहा कि माध्यम कोई समस्या नहीं है जो आनलाइन होता है वही आफलाइन भी होता है।
– परीक्षा के तनाव को दूर करने को लेकर प्रधानमंत्री ने टिप्स दिया और कहा कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘परीक्षा के अनुभवों को ताकत बनाइए। यह जीवन के छोटे-छोटे पड़ाव हैं। परीक्षा देने वालों को आत्मविश्वास से लबरेज रहना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने आगे कहा अपने किए पर विश्वास कर आगे बढ़ना है।
– छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘त्योहारों के बीच परिक्षाएं होतीं हैं जिसके कारण त्योहारों का आनंद नहीं ले पाते हैं लेकिन यदि परीक्षा को ही त्योहार बना दें तो इसमें अनेकों रंग भर जाएंगे।
– प्रधानमंत्री मोदी से तीन बच्चों ने परीक्षा के लिए तनाव को दूर करने से जुड़े सवाल पूछे।
– छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू की सीधी बात
– तालकटोरा स्टेडियम में छात्रों ने अपनी बनाई गई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाई है जिसे प्रधानमंत्री मोदी देख रहे हैं। साथ ही इन छात्रों से पेंटिंग के बारे में बातचीत भी कर रहे हैं।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा के पाचवें संस्करण में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से बात करने तालकटोरा स्टेडियम पहुंचे जहां उनका स्वागत केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया।
प्रधानमंत्री मोदी की छात्रों के साथ होने वाली इस महत्वपूर्ण चर्चा से जुड़ी तैयारियों को गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय ने अंतिम रूप दिया। इस बारे में बुधवार को प्रधानमंत्री ने बताया था कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है और लाखों लोग इस वार्षिक कार्यक्रम के लिए अपने सुझाव और अनुभव शेयर कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री पांचवीं बार इस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। इसके पहले तीन बार नई दिल्ली में एक संवादात्मक ‘टाउन-हाल ’ प्रारूप में आयोजित किए गए थे। पिछले साल यह कार्यक्रम सात अप्रैल को वर्चुअल आयोजित किया गया था। कोविड-19 महामारी से बाहर आने और परीक्षाओं को आफलाइन मोड में स्थानांतरित करने के मद्देनजर इस वर्ष के परीक्षा पे चर्चा के महत्व को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रेखांकित किया था। शिक्षा मंत्री ने बताया था कि इसकी एक औपचारिक संस्था बन रही है जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री सीधे छात्रों से बातचीत करते हैं।