रामनगरी अयोध्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पांच अगस्त को आगमन बेहद ही ऐतिहासिक बना देगा। पीएम मोदी पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन करने के साथ ही अयोध्या में करीब तीन घंटा व्यतीत करेंगे। इस दौरान वह श्रीराम जन्मभूमि प्रांगण में पारिजात का पौधा लगाएंगे जबकि बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी पीएम मोदी को रामनामी के साथ ही रामचरितमानस की एक प्रति भी भेंट करेंगे। यहां पर भूमि पूजन के लिए इकबाल अंसारी को भी निमंत्रण मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पारिजात के पौधे का रोपण करेंगे। यहां पर प्रभागीय वनाधिकारी मनोज कुमार खरे ने बताया कि परिसर में पौधारोपण स्थल का चयन कर लिया गया है। पारिजात का पौधा विराजमान रामलला से चंद कदमों की दूरी पर ही प्रधानमंत्री के हाथों रोपित किया जाएगा। पारिजात का वृक्ष प्रदेश के बाराबंकी जिले के किंतूर गांव में स्थित है, जो महाभारतकालीन बताया जाता है।
अति प्राचीन इस वृक्ष को भारत सरकार ने संरक्षित कर रखा है। मान्यता है कि किंतूर गांव का नाम पांडवों की माता कुंती के नाम पर पड़ा है। अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने माता कुंती के साथ इसी वन में निवास किया था। उसी अवधि में ग्राम किंतूर में कुंतेश्वर महादेव की स्थापना की गई थी। भगवान शिव की पूजा करने के लिए माता कुंती ने स्वर्ग से पारिजात पुष्प लाने की इच्छा जाहिर की थी। माता की इच्छा पर गांडीवधारी अर्जुन ने स्वर्ग से इस वृक्ष को लाकर यहां स्थापित किया था। तभी से इस वृक्ष की पूजा अर्चना की जाती रही है।
लखनऊ से अयोध्या पहुंचेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त की सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से 9.35 बजे विशेष वायुयान से चलकर 10.35 बजे लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से पांच मिनट बाद 10.40 बजे हेलीकाप्टर से अयोध्या रवाना होंगे। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर 11.30 बजे उतरेंगे। यहां से पांच मिनट बाद सड़क मार्ग से चलकर 11.40 बजे हनुमानगढ़ी पहुंचेंगे। वहां दस मिनट पूजा एवं दर्शन करेंगे। इसके बाद 11.55 बजे हनुमानगढ़ी से चल कर पांच मिनट बाद ठीक 12 बजे रामजन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे। पहले दस मिनट में विराजमान रामलला का दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद 12.15 बजे परिसर में पारिजात का पौधा लगाएंगे। इसके बाद 12.30 बजे बहुप्रतीक्षित भूमिपूजन कार्यक्रम शुरू होगा, जो ठीक दस मिनट तक चलेगा। इसके बाद श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के सार्वजनिक समारोह में शामिल होंगे, जो करीब सवा घंटे चलेगा होगा। यहां से 2.05 बजे साकेत महाविद्यालय हेलीपैड के लिए रवाना होंगे। वहां सवा दो बजे पहुंचेंगे और ठीक पांच मिनट बाद 2.20 बजे हेलीकॉप्टर से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे।
पीएम मोदी को रामनामी एवं मानस भेंट करेंगे इकबाल अंसारी
बीती नौ नवंबर को राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के साथ विवाद पीछे छोड़कर तरक्की की राह पर बढऩे का आह्वान कर चुके बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल मंदिर निर्माण की बेला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारी में हैं। स्वागत के लिए वह आज ही रामचरितमानस और रामनामी खरीद कर लाए। उन्होंने कहा कि मैं भी प्रधानमंत्री के स्वागत को उत्सुक हूं और इसके लिए रामनामी और मानस जैसी अयोध्या की अनमोल धरोहर लेकर आया हूं। इकबाल ने कहा कि रामनामी हो या मानस, यह जितना हिंदुओं के लिए आदरयोग्य है, उतनी ही मुस्लिमों के भी लिए। इकबाल आज भूमि पूजन समारोह का औपचारिक निमंत्रण मिलने के बाद से काफी प्रसन्न भी हैं।
रामभक्तों ने पीएम मोदी को थमाया धनुष-बाण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या के रामभक्तों ने तीर-कमान थमा दिया है। पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर उत्साहित रामभक्तों ने कई स्थानों पर लगाए गए कट आउट में पीएम के हाथों में धनुष-वाण वाली तस्वीर लगाई है।
इसके पीछे लोगों का तर्क है कि जिस तरह प्रभु राम ने अपने शासनकाल में अन्याय व पापाचार को समाप्त करने के लिए धनुष-बाण उठाया था, उसी तरह मोदी भी देश के भ्रष्टाचारियों को समाप्त करने में जुटे हैं।
सजावट के लिए कोलकाता से मंगाए गए फूल
अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में सजावट के लिए देश-विदेश की विभिन्न प्रजातियों के फूल कोलकाता से मंगाए जा रहे हैं। चार अगस्त से फूलों की सजावट शुरू हो जाएगी। लगभग साढ़े तीन किलोमीटर लंबी सजावट होनी है। इसके अलावा गमलों को रंग-रोगन कर तैयार किया जा रहा है। साकेत महाविद्यालय से राममंदिर भूमिपूजन स्थल व हनुमानगढ़ी तक फूलों से सजावट की जिम्मेदारी उद्यान विभाग को सौंपी गई है। साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर प्रधानमंत्री उतरेंगे। यहां से पूरे रास्ते को फूलों से सजाया जाएगा।