महाभारत कालीन प्राचीन सभ्यता वाला हाथरस जिला दलित बालिका की सामूहिक दुष्कर्म के बाद मौत के कारण बेहद चर्चा में हैं। बालिका की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित स्पेशल इंवेस्टेशन टीम(एसएआइटी) ने जांच का मोर्चा संभाल लिया है। इस जघन्य कांड का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है, साथ ही लोगों का गुस्सा भी चरम पर है। इसी बीच में राजनीतिक दलों में भी इसका श्रेय लेने की होड़ लगी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के भी यहां पर पीड़िता के घर पर आने की दो दिन से चर्चा आज काफी तेजी में हैं।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा सांसद राहुल गांधी के साथ पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का भी आज हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने का कार्यक्रम है। इसी बीच सरकार ने जिले की सभी सीमाएं सील कर दी है और धारा 144 लगा दी है। हाथरस में इस पीड़ित परिवार की सुरक्षा में तैनात तीन पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हैं। इसी कारण गांव को कंटेनमेंट जोन भी घोषित किया जा सकता है।
एक्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ, एसआइटी ने शुरू कर दी जांच
हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी की दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद माहौल बिगड़ता देख सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए। इस प्रकरण में उन्होंने पीड़ित परिवार को सहायता देने के साथ एसआइटी गठित पर सात दिन में रिपोर्ट मांगी है। तीन सदस्यीय टीम ने जांच शुरू कर दी है। रात में एसआइटी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी कर ली। अब वह अन्य लोगों से विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ कर रही है।
एसआइटी के अध्यक्ष गृह सचिव भगवान स्वरूप हैं, जिनके साथ ही पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्रशेखर व सेनानायक पीएसी आगरा पूनम मौके पर हैं। टीम ने बुधवार को ही हाथरस कोतवाली चंदपा में मामले की छानबीन की। तीन सदस्यीय टीम ने मामले के विवेचना अधिकारी रहे सीओ सिटी व सीओ सादाबाद, इसके बाद एसपी विक्रांतवीर से भी पूछताछ की।
यह है मामला
14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। जेएन मेडिकल से पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग में रेफर कर दिया था। मंगलवार को पीडि़ता की मौत हो गई थी। मंगलवार देर रात प्रशासन ने हाथरस के गांव बूलगढ़ी में पीडि़ता का अंतिम संस्कार कर दिया था।
पीड़िता और स्वजन ने ऐसे बयां किए हालात
चंदपा के गांव बूलगढ़ी की पीड़िता ने दुनिया से अलविदा कह दिया है। लेकिन, उसे न्याय दिलाने की मुहिम सोशल मीडिया पर चल रही है। इस प्रकरण से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पीड़िता व स्वजन खुद उन वीडियो के माध्यम से आप बीती बयां कर रहे है।
वीडियो नंबर एक
यह वीडियो 14 सितंबर को युवती के साथ जानलेवा हमला होने के बाद चंदपा थाने का है। इसमें इंस्पेक्टर को आपबीती बताई थी। पीड़िता ने वीडियो में बताया कि मैं और मां अलग- अलग खेतों में घास काट रहे थे, तभी संदीप आ गया और उसने जबरदस्ती करने की कोशिश की। मेरे शोर मचाने पर मेरा गला दबा दिया। मेरे पापा काफी अच्छे हैं और मेहनत मजदूरी करते हैं।
वीडियो नंबर दो
इस वीडियो में पीड़िता की मां कोतवाली में घटना बता रही हैं। मां बोल रही है कि गांव में मामूली बात पर विवाद हुआ था। बेटी घास काट रही थी, तभी गुड्डू का बेटा संदीप आ गया और जबरन बेटी को खेत में खींच ले गया। शोर मचाने पर जब मैं वहां पहुंची तो भाग गया।
वीडियो नंबर तीन
यह वीडियो हाथरस के जिला अस्पताल का है जिसमें पीड़िता का भाई बोल रहा है कि मां के साथ बहन घास लेने गई थी। मैं कटी हुई घास को घर रखने गया था। तभी जानलेवा हमला बहन पर किया गया। दुपट्टे से गला दबाया गया। गांव में जब एक व्यक्ति ने मुझे यह बताया कि तुम्हारी बहन पर हमला कर दिया है, तो में मौके पर पहुंचा।
वीडियो नंबर चार
इस वीडियो में पीड़िता जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बता रही है कि उसका संदीप ने गला दबा दिया। हम घास लेने गए थे। उसने जबरदस्ती करने की कोशिश की। पहले से उनसे रंजिश चल रही है।
वीडियो पांच
यह वीडियो मेडिकल कॉलेज का बताया जा रहा है। इसमें पीड़िता के ऑक्सीजन लगी दिख रही है। पीडि़ता कह रही है कि पूर्व में उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई थी। तब वो बड़ी मुश्किल से वहां से भाग आई। रवि ने संदीप को फोन करके पूछा कि कुछ हुआ या नहीं। जब वो घास काट रही थी तभी दोनों आए और जबरदस्ती की। वह बेहोशी की हालत में थी, जब होश आया तो रवि और संदीप के अलावा कुछ और लोग थे, जिन्होंने दुष्कर्म किया।
पीड़िता का बताकर फोटो वायरल
सोशल मीडिया पर एक युवती को पीड़िता बताते हुए फोटो वायरल किया गया है। यह युवती एक हरियाली वाले खेत के बाहर खड़ी हुई है। पीड़िता का फोटो बताते हुए उसे न्याय दिलाने की मुहिम छेड़ी गई है। श्रद्धांजलि दी गई है। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर को लेकर दैनिक जागरण के प्रतिनिधि ने गांव बूलगढ़ी जाकर स्वजनों से बातचीत कर फोटो दिखाया तो उन्होंने कहा कि यह उनकी बेटी नहीं है।
दुष्कर्म कांड के आरोपितों का प्रोफाइल
संदीप : इसी वर्ष 12वीं की परीक्षा दी थी, लेकिन फेल हो गया। 19 वर्षीय संदीप ने कुछ महीने दिल्ली में कोरियर कंपनी में काम भी किया था। खर्च अधिक होने के कारण एक महीने पहले घर लौट आया था। दो भाइयों में बड़े संदीप कोपिता गुड्डू ने निर्दोष बताया।
लवकुश : 19 वर्षीय लवकुश गांव में रहता है। अविवाहित है और आठवीं तक ही पढ़ाई की है। परिवार के काम में हाथ बंटाता था। पिता रामवीर सिंह मेहनत मजदूरी करते हैैं।
रवि : अतर सिंह के 28 वर्षीय बेटा रवि की शादी हो चुकी है। उसके तीन बच्चे हैैं। एक बेटा व दो बेटियां हैं। कोल्ड स्टोर पर मजदूरी करता था। 10वीं पास है। रोज 300-400 रुपये कमाता था।
रामकुमार : 25 वर्षीय रामकुमार उर्फ रामू पुत्र राकेश ने भी 12वीं की पढ़ाई की है। उसकी शादी हो चुकी है। एक बेटा और एक बेटी है। वह चंदपा में मिल्क प्लांट में काम करता था। 300 रुपये रोज मजदूरी मिलती थी।