पेटीएमपेमेंट्स बैंक के ग्राहक अब कर सकते हैं पेटीएम यूपीआइ हैंडल के द्वारा आसानी से निवेश
– पेटीएम यूपीआइ हैंडल पर यूजर्स को पेटीएम पेमेंट्स बैंक की बेहतर टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित विविध आईपीओ की सुविधा
– लाखों पेटीएम यूपीआइ हैंडल यूजर्स को किसी भी और सभी पूँजी बाजारों में निवेश करने का लाभ
– डिजिटल यूजर्स को आईपीओ के लिए आवेदन करने और सुदृढ़ धन पोर्टफोलियो खड़ा करने के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य
देहरादून-16 मार्च 2021- भारत के स्वदेशी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) ने आज घोषणा की है कि इसके /पेटीएम यूपीआइ हैंडल को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (एसइबीआई) से स्वीकृति मिल गई है। इससे अब आईपीओ आवेदन के लिए तीव्र और निर्बाध भुगतान आदेश किया जा सकेगा। इस कदम से लाखों यूजर्स को अपने-अपने /पेटीएम यूपीआइ हैंडल का प्रयोग करके विभिन्न ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पूँजी बाजार में निवेश करने की सुविधा उपलब्ध होगी। पीपीबीएल सबसे बड़ा यूपीआइ बेनेफिशिएरी बैंक है और इसके पास यूपीआइ के लेन-देन प्रोसेसिंग हेतु सबसे बढ़िया तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर है। एनपीसीआई की नई रिपोर्ट के अनुसार, पीपीबीएल ने सभी यूपीआइ विप्रेशक बैंकों की तुलना में 0.02 प्रतिशत और सभी यूपीआइ लाभार्थी बैंकों की तुलना में 0.04 प्रतिशत की न्यूनतम तकनीकी ह्रास दर दर्ज की।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने आईपीओ आवेदनों के लिए भुगतान आदेश सक्रिय करने के लिए पेटीएम मनी के साथ साझेदारी भी की है। पेटीएम मनी वेल्थ प्रोडक्ट्स के लिए भारत का विकास उत्प्रेरक है और यह वित्त वर्ष 2022 तक 10 मिलियन भारतीयों को जोड़ने के मिशन के साथ काम कर रहा है। इस प्लेटफॉर्म की स्टॉक ब्रोकिंग पेशकशों से अछूते सेगमेंट में ज्यादा सक्रिय प्रत्यक्ष इक्विटी निवेशकों को लाने में मदद मिल रही है। इसने साल के अंत तक 3/5 लाख से अधिक डीमैट खाता खोलने का लक्ष्य रखा है और इसे आशा है कि 60 प्रतिशत यूजर्स छोटे शहरों से होंगे। यह आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) में निवेश के साथ निधि निर्माण पर केंद्रित है और इसने आइपीओ आवेदन की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल और सरल बना दिया है।
पेटीएम मनी के अलावा, /पेटीएम यूपीआइ को शीघ्र ही सभी ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय किया जाएगा। सुरक्षित तरीके से निर्बाध भुगतान करने की आसानी से एक वेल्थ प्रोडक्ट के रूप में आईपीओ को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी और एक मजबूत पोर्टफोलियो के निर्माण के इच्छुक नए यूजर्स को जुड़ने का प्रोत्साहन मिलेगा।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के एमडी और सीईओ, सतीश गुप्ता ने कहा कि, “हम अपने उपयोक्ताओं को जीवन के सभी पहलुओं के लिए सुविधाजनक और निर्बाध डिजिटल भुगतान मुहैया करने के लिए लगातार प्रयासरत रहे हैं। आईपीओ के लिए आवेदन करने हेतु /पेटीएम यूपीआइ को इनेबल करके हम लाखों निवेशकों को निर्बाध, सुरक्षित और त्वरित भुगतानों की सुविधा प्रदान कर रहे हैं, ताकि उनके वित्तीय पोर्टफोलियो में वृद्धि हो सके। हमारा मानना है कि हर भारतीय को पूँजी बाजारों की सुलभता और स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध सफल कंपनियों की बढ़ती संख्या का लाभ उठाने का अधिकार है। इस स्थिति में भारी संभावना मौजूद है और हमारा अभिप्राय अपने देश के नागरिकों के लिए प्रक्रिया को ज्यादा सुलभ बनाना है। यह सम्पूर्ण देश में वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के हमारे मिशन के अनुरूप है।”
विविध आईपीओ में निवेश करने से निवेशकों को बढ़त मिलती है, क्योंकि वे एकदम शुरुआत ही से कंपनी के व्यावसायिक सफर का हिस्सा बन जाते हैं और इस प्रकार, जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता है, निवेशक का धन भी बढ़ता जाता है। इस वर्ष के आईपीओ आंकड़ों के आधार पर यह आसानी से कहा जा सकता है कि भारत में आईपीओ के लिए बहुत बड़ी माँग है। वित्त वर्ष 2021 से देश के स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई और बीएसई, दोनों को मिलाकर) पर लगभग 24 आईपीओ आये और पूँजी बाजारों से कुल 48,493 करोड़ रुपये की राशि एकत्र की। वित्त वर्ष 2021 के कुछ सबसे सफल आईपीओ में बर्गर किंग, हैप्पीएस्ट माइंडस, इंडिगो पेंट्स, और मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेश्यिलिटीज सम्मिलित हैं, जिन्होंने एक दिन में 100 प्रतिशत से अधिक लिस्टिंग का लाभ दर्ज किया था। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, इनमें से बर्गर किंग और हैप्पीएस्ट माइंडस को क्रमशः 156.65 गुणा और 150.98 गुणा ओवरसब्सक्राइब किया गया और इन दोनों ने सूचीकरण के दिन 130.67 प्रतिशत और 123.49 प्रतिशत का प्रतिलाभ प्रदान किया। आईपीओ बाजार को जोमैटो, एलआईसी, कल्याण ज्वेलर्स और अन्य जैसे नए ऑफर्स के लिए खुदरा बाजार में अनेक बड़ी कंपनियों के आने की उम्मीद है।