पिथौरागढ़, : धारचूला के आपदा प्रभावित जुम्मा गांव में दूसरे दिन यानी मंगलवार को भी खोज एवं बचाव कार्य जारी है। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने के लिए देहरादून से हेलीकाप्टर से रवाना हो गए हैं। पहले वह आपदा प्रभावित क्षेत्र तोक जामुनी व तोक सिरोओडार गांव का हवाई सर्वेक्षण करेंगे, इसके बाद एसएसबी कैंप में प्रभावितों से मिलेंगे, फिर धारचूला में स्थानीय ग्रामीणों से करेंगे भेंट। धारचूला से मुख्यमंत्री अपने चुनाव क्षेत्र खटीमा जाएंगे, यहां वह बहुउददेशीय शिविर का उदघाटन करेंगे, शाम को सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मिलेंगे, रात्रि विश्राम खटीमा में।
रविवार मध्य रात के बाद धारचूला के साथ-साथ काली नदी पार नेपाल के श्रीबगड़ में भी बादल फट गया। वहां भी पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं नजयांग नाले का मलबा काली नदी में गिरा तो नदी का प्रवाह भी थम गया और झील बन गई। इससे नेशनल हाइड्रो पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) की 280 मेगावाट क्षमता वाली धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना के प्रशासनिक भवन सहित अधिकारियों-कर्मचारियों के आवासों में दो मंजिले तक पानी भर गया। सभी ने तीसरी मंजिल पर जाकर जान बचाई। रात भर सभी खौफ के साये में रहे।
इधर, सुबह झील से रिसाव शुरू हुआ तो आगे धारचूला में काली नदी का जलस्तर अंतरराष्ट्रीय झूला पुल के पास तक पहुंच गया। इससे नदी किनारे बस्तियों को खतरा पैदा हो गया। भारी बारिश के कारण कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग धारचूला से एलागाड़ के मध्य कई स्थानों पर बह गया है। फिलहाल पांच शवों को निकाला जा चुका है और दो लापता लोगों की तलाश जारी है। चार घायलों को धारचूला सीएचसी में भर्ती किया गया है। मौके पर डीएम डा आशीष चौहान, एसपी सुखवीर सिंह एसडीएम एके शुक्ला मौजूद हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, एसएसबी, पुलिस और राजस्व दल खोज एवं बचाव कार्य मे जुटे हैं।
धारचूला में सीएम के कार्यक्रम की तैयारी चल रही है। सीएम हेलीकाप्टर से सीधे एलागाड़ हेलीपैड में उतरकर जुम्मा गांव जाएंगे। आपदा पीड़ितों को सुनने के बाद धारचूला आएंगे। धारचूला से आगे मार्ग बंद है। सोमवार की रात भी क्षेत्र में बारिश हुई। थल-मुनस्यारी मार्ग डोर बैंड पर बन्द है। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग भी बंद होने से मुनस्यारी अलग थलग पड़ा है। आपदा प्रबंधन कार्यालय के मुताबिक जिले में 22 मार्ग बंद हैं।