वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व शिक्षक नेता रहे 83 वर्षीय केपी उनियाल का शनिवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने चन्दर नगर स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। दोपहर को लक्खीबाग श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा।
केपी उनियाल ने राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राज्य आंदोलनकारियों ने उनके निधन पर शोक जताया। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि आंदोलनकारियों की रैली और बैठकों में वह हमेशा ही एकता की बात कहते थे, एक अच्छे वक्ता होने के नाते भी अपने विचारों से व्यक्तियों को प्रभावित करते थे।
उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति के संस्थापक सदस्य और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ महामंत्री पद पर भी रहे। कुशल व्यवहार के कारण ही विभिन्न जिलों से राज्य आंदोलनकारी उनसे मिलने दून आते थे। चिह्नित राज्य आन्दोलनकरी के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि केपी उनियाल के निधन से राज्य आंदोलनकारियों के लिए बड़ी क्षति है। समिति के पदाधिकारी दोपहर को शोक सभा रखेंगे।