चांदी की वायदा कीमतों में गुरुवार को गिरावट देखने को मिली है। एमसीएक्स एक्सचेंज पर गुरुवार सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर चार सितंबर 2020 की चांदी की वायदा कीमत 434 रुपये की गिरावट के साथ 60,681 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेंड कर रही थी। इसके अलावा चार दिसंबर 2020 की चांदी की वायदा कीमत गुरुवार सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर 369 रुपये की गिरावट के साथ 62,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रही थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गुरुवार सुबह चांदी की वायदा और हाजिर दोनों कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इससे पहले बुधवार को चांदी के भाव में जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखी गई थी।
वहीं, घरेलू वायदा बाजार में सोने के भाव में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। एमसीएक्स पर पांच अगस्त 2020 के सोने का वायदा भाव गुरुवार सुबह 0.34 फीसद या 168 रुपये की बढ़त के साथ 50,246 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। यह इस सोने का अब तक का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर है। इसके अलावा पांच अक्टूबर 2020 के सोने की वायदा कीमत गुरुवार सुबह 0.39 फीसद या 198 रुपये की बढ़त के साथ 50,435 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रही थी। यह इस सोने का अब तक का उच्चतम स्तर है। इसी तरह चार दिसंबर 2020 के सोने का वायदा भाव भी गुरुवार सुबह 0.64 फीसद या 320 रुपये की बढ़त के साथ 50,567 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर ट्रेंड करता दिखाई दिया।
वैश्विक स्तर पर सोने का भाव
वैश्विक बाजार की बात करें, तो गुरुवार सुबह कॉमेक्स पर सोने का वायदा भाव 0.30 फीसद या 5.60 डॉलर की बढ़त के साथ 1,870.70 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड करता दिखा। इसके अलावा सोने का वैश्विक हाजिर भाव इस समय 0.08 फीसद या 1.43 डॉलर की गिरावट के साथ 1,869.98 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड करता दिखा।
वैश्विक स्तर पर चांदी का भाव
चांदी का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर गुरुवार सुबह 0.80 फीसद या 0.18 डॉलर की गिरावट के साथ 22.96 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, चांदी की वैश्विक हाजिर कीमत इस समय 1.41 फीसद या 0.32 डॉलर की गिरावट के साथ 22.67 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड करती देखी गई।
जानिए वायदा बाजार में कैसे होते हैं सौदे
सोने का कारोबार दो प्रकार से होता है। एक वायदा बाजार में और दूसरा हाजिर बाजार में। वायदा बाजार को कमोडिटी एक्सचेंज भी कहते हैं। वायदा बाजार में वस्तु को डिजिटल माध्यम से बेचा और खरीदा जाता है। वायदा बाजार में वस्तु के पुराने और नए भावों के आधार पर भविष्य के भावों में सौदे किये जाते हैं। इस बाजार में एक तय तारीख तक के लिए सौदे होते हैं। वायदा बाजार का सीधा असर हाजिर बाजार पर पड़ता है। हाजिर बाजार और वायदा बाजार में वस्तु की कीमत में कोई बड़ा फर्क नहीं होता है।