हरिद्वार। हरिद्वार में चारों ओर बम-बम भोले का जयघोष गूंजायमान है। चारों ओर कांवड़ यात्रियों की भीड़ है। अब तक करीब ढाई लाख कांवड़ यात्री जल भरकर रवाना हो चुके हैं।
महाशिवरात्रि दो अगस्त को है। इस दिन जल चढ़ना है, इसलिए डाक कांवड़ की वापसी तेज हो गई है। बुधवार अल सुबह से ही डाक कांवड़ गाड़ियों का अपने-अपने गंतव्यों के लिए तेजी से रवाना होना आरंभ हो गया है।
बड़ी तादाद में डाक कांवड़ का आना भी जारी
इसी के साथ बड़ी तादाद में डाक कांवड़ का आना भी जारी है। हरिद्वार में पुलिस ने हाईवे के एक रास्ते को आम ट्रैफिक के लिए खाली रखने की कोशिश की है, ट्रैफिक दूसरे पर चालू है।
बुधवार और गुरुवार में डाक कांवड़ का आना और जाना दोनों बड़ी तादाद में तेजी के साथ जारी रहेगा। एक अगस्त की रात से माहौल हल्का होने लगेगा। दो अगस्त महाशिवरात्रि के दिन हरिद्वार में केवल नजदीक के ही कांवड़ तीर्थ यात्री रह जाएंगे। दूर दराज के सभी कांवड़ तीर्थ यात्री अपने-अपने कर्तव्यों के लिए प्रस्थान कर चुके होंगे
गंतव्य की ओर से तेजी से बढ़ने लगे शिवभक्तों के कदम
रुड़की। शिवरात्रि का दिन नजदीक आते ही शिवभक्त कांवड़ यात्रियों ने अपनी मंजिल की ओर तेजी के साथ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। अब पैदल कांवड़ यात्रियों की संख्या कम हो गई है। जबकि डाक कांवड़ यात्रियों की संख्या बढ़ गई है।
उधर, कांवड़ पटरी मार्ग पर कांवड़ यात्रियों की संख्या में कमी आने पर अब आमजन की इसमें आवाजाही शुरू हो गई है। मंगलवार को हरिद्वार से कांवड़ जल लेकर रुड़की में कांवड़ पटरी मार्ग से गुजरने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या में काफी कमी देखने को मिली।
कांवड़ पटरी मार्ग पर लगाए गए शिविरों में भी कम ही कांवड़ यात्री विश्राम करते हुए दिखे। वहीं, जलाभिषेक का दिन नजदीक आते ही जो कांवड़ यात्री अभी यात्रा कर रहे हैं, उन्होंने तेजी के साथ अपनी-अपनी मंजिल की ओर कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं।
मंगलवार को कांवड़ शिविरों में कांवड़ यात्रियों ने कुछ देर ही विश्राम किया इसके बाद फिर से यात्रा शुरू कर दी। मेरठ के कांवड़ यात्रियों के समूह में शामिल सहदेव और कमल ने कहा कि दो अगस्त को शिवरात्रि का पर्व है। ऐसे में अब वे तेजी के साथ यात्रा कर रहे हैं।
परिवार के साथ कांवड़ यात्रा कर रही कविता एवं राखी ने बताया कि वे चौथी बार हरिद्वार कांवड़ लेकर जल लेने आए। भोलेनाथ की ही कृपा है कि वह बिना किसी कठिनाई के अपनी यात्रा में आगे बढ़ते जा रहे हैं। वहीं पैदल कांवड़ यात्रियों की संख्या में कमी आते ही अब डाक कांवड़ यात्रियों की संख्या बढ़ गई है।
उधर, जैसे ही कांवड़ पटरी मार्ग पर कांवड़ यात्रियों की संख्या में कमी आई है तो इसको आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। जिससे शहरवासियों को थोड़ी राहत मिल गई है।
पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट
रुड़की। डाक कांवड़ की बढ़ती भीड़ को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। बुधवार को भारी संख्या में डाक कांवड़ आने की संभावना है। इसे देखते हुए कोर कॉलेज से लेकर नगला इमरती बाईपास और मंगलौर तक ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है।
वहीं पुलिस ने नगला इमरती से कोर कॉलेज तक बाई तरफ का लेन खाली छोड़ दी है। जिस पर पुलिस की टीम निगरानी करेगी। साथ ही किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौके पर पहुंच सकती है।
श्री नीलकंठ महादेव मंदिर में चरम पर पहुंची शिवभक्तों की संख्या
सावन मास के कांवड़ मेले में ऋषिकेश के श्री नीलकंठ महादेव मंदिर में शिवभक्तों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार की भांति मंगलवार को भी नीलकंठ महादेव पर चार लाख शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया। नीलकंठ मार्ग केसरिया रंग से सराबोर नजर आया। हर तरफ महादेव के जयकारों की गूंज रही।
वहीं, कांवडि़यों की भीड़ चरम पर पहुंचने के साथ ही अव्यवस्थाएं भी नजर आने लगी हैं। सुबह से नीलकंठ महादेव मंदिर में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती रही। देर रात तक महादेव के दर्शन व जलाभिषेक का क्रम जारी रहा।
मंगलवार को भी चार लाख से ज्यादा शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया, जिसके साथ जलाभिषेक करने वालों की कुल संख्या 27 लाख के पार पहुंच गई है। दो अगस्त तक अधिक भीड़ रहने की संभावना है। इसके बाद कांवड़ियों की संख्या में कमी आने की उम्मीद है।