सोनू सूद ने जाहिर की चिंता, कहा- ‘इस समय भगवान ढूंढना आसान है लेकिन अस्पताल में बेड ढूंढना मुश्किल है

नई दिल्ली, कोरोना महामारी के केस में तेजी से हर दिन मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं। इसके आंकड़ों को देखकर हर कोई हैरान है। देश में इस वक्त मरीज अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। हालांकि लोगों की मदद के लगातार सामने आ रहे हैं। वहीं बीते साल लगे लॉकडाउन के वक्त से ही बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लोगों की मदद कर रहे हैं। वो प्रवासी मजदूरों को घर छोड़ने से लेकर उनकी तमाम मुश्किलों में उनका साथ देते नजर आए। वहीं इस बार भी सोनू का ये प्रयास रुका नहीं। वह लगातार लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। लेकिन इस बीच सोनू का ट्वीट चर्चा में आया है। इस ट्वीट में वह  थोड़े बेबस नजर आ रहे हैं।

सोनू सूद ने देर रात अपने ट्विटर अकाउंट पर एक ट्रवीट किया जो काफी चर्चा में हैं। इस ट्वीट में सोनू ने लिखा, ‘दिल्ली में इस समय भगवान ढूंढना आसान है लेकिन अस्पताल में बेड ढूंढना मुश्किल। लेकिन ढूंढ़ ही लेंगे, बस हिम्मत मत हारना।’ इस ट्वीट में कहीं न कहीं सोनू की बेबसी भी साफ नजर आ रही है बाजवूद इसके वह लोगों को इस मुश्किल घड़ी में लोगों को हिम्मत न हारने की बात कर रहे हैं। सोनू के इस पोस्ट पर लगातार फैंस कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

आपको बता दें कि हाल ही में सोनू ने एक वीडियो पोस्ट कर सरकार से एक खास अपील की है। सोनू सूद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक्टर ने सरकार से उन बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने की अपील की हैं जिन्होंने कोविड-19 के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि सोनू सूद कहते हैं, ‘नमस्कार, आज मैं एक गुजारिश करना चाहता हूं, सरकार से और सभी उन लोगों से जो मदद में आगे आना चाहते हैं। हमने देखा है कि कोरोना की इस दूसरी लहर बहुत सारे लोगों ने बहुत सारे परिवार ने अपने बहुत कीमती सदस्य खोए हैं।

बच्चों ने अपने मां बाप खो दिया तो कईयों के दोनों ही नहीं रहे। बच्चे बहुत छोटे हैं कोई 10 का कोई 12 साल का। मैं इनके भविष्य को लेकर काफी चिंता में रहता हूं। मैं केंद्र और राज्य सरकारों से अपील करते हुए कहा है कि इन बच्चों की शिक्षा निः शुल्क होनी चाहिए। इन बच्चों की शिक्षा निजी या सरकारी स्कूलों में होए स्नातक की डिग्री हो, मेडिकल हो या इंजीनियरिंग हो। सभी स्तर पर इनकी शिक्षा बिल्कुल मुफ्त होना चाहिए ताकि उनका उज्ज्वल भविष्य हो सके। क्योंकि लोगों ने अपने घर के कमाने वालों को खोया है। मैं गुजारिश करता हूं कि लोग आगे आए और इसके लिए आवाज उठाएं।’

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