देहरादून : खाद्य मंत्री रेखा आर्या और विभागीय सचिव एवं आयुक्त सचिन कुर्वे के बीच तनातनी के प्रकरण में निगाहें अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर टिक गई हैं। खाद्य मंत्री रेखा आर्या की शिकायत का संज्ञान लेकर मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने खाद्य सचिव व आयुक्त सचिन कुर्वे को तलब कर मामले की जानकारी ली। मुख्य सचिव इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रख सकते हैं।
मंत्री के रवैये को देखते हुए शासन स्तर पर भी हलचल
प्रदेश में छह जिलापूर्ति अधिकारियों के तबादलों को लेकर खाद्य मंत्री रेखा आर्या और सचिव व आयुक्त सचिन कुर्वे एकदूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।
विभागीय मंत्री के तबादला निरस्त करने के आदेश को सचिव व आयुक्त ने मानने से इन्कार कर दिया। इसके बाद मंत्री की ओर से सचिव की गोपनीय प्रविष्टि से संबंधित मूल पत्रावली तलब की जा चुकी है। मंत्री के रवैये को देखते हुए शासन स्तर पर भी हलचल बनी हुई है।
मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने खाद्य सचिव व आयुक्त को किया तलब
मंत्री की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने खाद्य सचिव व आयुक्त को तलब किया। सचिव ने उनके समक्ष पूरे प्रकरण को रखा है। सचिव ने उन्हें बताया कि तबादलों में स्थानांतरण एक्ट और नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
फिलहाल इस मामले में अब नजरें मुख्यमंत्री धामी पर टिक गई हैं। खाद्य मंत्री इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी जानकारी दे चुकी हैं। मुख्यमंत्री दो दिनी दिल्ली दौरे के बाद शनिवार को वापसी करेंगे। माना जा रहा है कि वह इस संबंध में मुख्य सचिव से भी फीडबैक लेंगे।
ये है मामला
खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने बीती 20 जून को नैनीताल के जिलापूर्ति अधिकारी मनोज वर्मन को अनिवार्य अवकाश पर भेजने के आयुक्त के आदेश पर कड़ी नाराजगी जताई थी। मंत्री ने उनके संज्ञान में लाए बगैर इस कार्यवाही को लेकर खाद्य आयुक्त सचिन कुर्वे को पत्र लिखा था। उन्होंने मनोज वर्मन को अवकाश पर भेजने का आदेश निरस्त भी किया था। इसके बाद बुधवार को खाद्य आयुक्त ने आदेश जारी कर छह जिलापूर्ति अधिकारियों के तबादले किए।