सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। सुशांत की डेड बॉडी को जिस एंबुलेस में ले जाया गया था उस एंबुलेंस ड्राइवर ने ये खुलासा किया है कि जब वो लोग एक्टर के फ्लैट पर पहुंचे तो उनकी बॉडी पहले से ही कपड़े से लिपटी हुई थी। वो लोग पहुंचे और सुशांत की बॉडी को सिर्फ स्ट्रेचर पर लिटाया और एंबुलेंस के अंदर रख दिया।
टाइम्स नाउ से बातचीत में एंबुलेंस के ड्राइवर शाहनवाज़ अब्दुल करीम ने इन सारी बातों का खुलासा किया है। बातचीत में शाहनवाज़ ने बताया कि जब पहुंचे तो उनकी (सुशांत की) बॉडी पहले से नीचे उतरी हुई थी और सफेद कपड़े में लिपटी हुई थी। पुलिसवालों ने उनके फोटो खींचे, फिर हमने उनकी बॉडी को नीचे उतारा और एंबुलेंस में रख दिया। हम तीन लोग थे। पहले वो लोग बोल रहे थे कि नानावटी हॉस्पिटल चलना है, लेकिन फिर हम से कहा गया कि कूपर हॉस्पिटल चलना है।
वहीं, ज़ी न्यूज़ से बात करते एंबुलेंस के मालिक राहुल ने बताया कि उस दिन एंबुलेंस क्यों बदली गई। राहुल ने बताया कि जिस दिन सुशांत ने सुसाइड की थी उस दिन वो गांव में थे इसलिए उनके भाई अक्षय एंबुलेंस लेकर सुशांत के घर पहुंचे थे। अक्षय जब सुशांत के घर पहुंचे तो उनकी बॉडी पहले से ही नीचे उतरी हुई थी। जिसके बाद एंबुलेंस कर्मी उनकी बॉडी को स्ट्रेचर पर लिटाकर बिल्डिंग से नीचे उतार लाए। लेकिन एंबुलेंस के व्हीलचेयर में कुछ दिक्कत आने की वजह से सुशांत की बॉडी में उस एंबुलेंस में फिट नहीं हो रही थी, इसलिए राहुल ने अपनी दूसरी एंबुलेंस बुलवाई और फिर रवाना हुए। वहीं, रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए ड्राइवर ने बताया कि उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। आपको बता दें कि सुशांत ने 14 जून को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।