सांप के काटने पर बच्चे को अस्पताल की जगह झाड़-फूंक करते रहे परिजन, जिससे बच्चे मौत हो गई

राजपुर क्षेत्र में 10वीं के छात्र को सांप ने काट लिया। घटना के बाद तकरीबन 10 घंटे तक स्वजन झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े रहे। जिससे छात्र की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद स्वजन उसे अस्पताल ले गए, मगर छात्र ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।

राजपुर के वीरगिल गांव में रहने वाले राजेंद्र कुमार पेशे से दर्जी हैं। उनका 15 वर्षीय बेटा लकी कक्षा 10 में पढ़ता था। इसके अलावा राजेंद्र की दो बेटियां हैं। मंगलवार रात सभी अपने-अपने कमरे में सो रहे थे। रात करीब दो बजे लकी को पैर में हल्का दर्द महसूस हुआ, जिससे उसकी नींद खुल गई। पैर से खून भी बह रहा था। इस पर उसने माता-पिता को बुलाया और बताया कि कमरे में सांप घुस आया है, जिसने उसे काट लिया। हालांकि, काफी ढूंढने पर भी घर वालों को सांप नहीं मिला।

सुबह राजेंद्र क्षेत्र में रहने वाले एक सपेरे को बुलाकर लाए और झाड़-फूंक कराने लगे। लेकिन, लकी की हालत बिगड़ती चली गई। बुधवार दोपहर स्वजन उसे पास ही स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल ले गए, मगर लकी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंची और काफी देर तक सर्च ऑपरेशन चलाया, मगर सांप का पता नहीं चला। रेस्क्यू टीम के प्रभारी रवि जोशी ने आशंका जताई कि छात्र को भारतीय करैत ने काटा है। इसको साइलेंट किलर भी कहते हैं। इसके काटने का पता नहीं चलता।

सांप काटे तो डॉक्टर के पास जाएं

वन विभाग की रेस्क्यू टीम का कहना है कि स्वजनों के झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ने से छात्र की जान गई। अगर समय रहते उसे अस्पताल ले जाया जाता और उचित उपचार मिल जाता तो उसकी जान बच जाती। टीम ने आमजन से अपील की है कि सांप के काटने पर तत्काल डॉक्टर के पास जाएं। झाड़-फूंक के चक्कर में कतई न पड़ें।

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