पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और सचिव पहुँचे योग नगरी रेलवे स्टेशन। जानिए

*पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने के लिए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और सचिव पहुँचे योग नगरी रेलवे स्टेशन*

देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने आज पुनः ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के ऋषिकेश स्थित नव निर्मित मुख्य रेलवे स्टेशन का पर्यटन सचिव को साथ ले जा कर स्थलीय निरीक्षण किया।
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के नव निर्मित रेल स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश का पर्यटन अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर इसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए सभी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा। श्री सतपाल महाराज के साथ गये पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर सहित सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि बाहर से आने वाले पर्यटक को उत्तराखंड भ्रमण से पूर्व स्टेशन पर उतरते ही पूरी जानकारी मिल जाए। स्टेशन पर ही पर्यटक को उत्तराखंड के फूड और मिठाईयों के विषय में पता चल जाये। श्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड का पर्यटन विभाग योग नगरी ऋषिकेश स्थित नव निर्मित रेलवे स्टेशन को पर्यटन की दृष्टि से संवारने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका प्रयास है कि प्रदेश के चार धामों सहित सभी धार्मिक और पर्यटन स्थलों, सर्किटों की जानकारी स्टेशन पर ही प्राप्त करने के बाद अपनी सुविधा अनुसार पर्यटक गंतव्य स्थल की ओर रवाना हो। रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने मौके पर ही पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस नव निर्मित रेलवे स्टेशन परिसर में बडी-बडी पेंटिंग लगवाकर बर्ड वाचिंग, सफारी, टैकिंग एवं एडर्वचर टूरिज्म सहित उत्तराखंड के खान-पान की जानकारी यहाँ आने वाले पर्यटकों को उपलब्ध करवायी जाये।
श्री सतपाल महाराज ने कहा कि स्टेशन पर्यटन की दृष्टि से इसको और अधिक विकसित किया जाएगा। इस मौके पर पर्यटन मंत्री के साथ पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, संयुक्त सचिव विवेक चौहान, रेलवे विकास निगम के परियोजना निदेशक हिमांशु बडोनी, डीआरएम श्री एन. एन. सिंह, डीओ उचित सिंगल सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
*निशीथ सकलानी*
मीडिया प्रभारी, श्री सतपाल महाराज जी, माननीय मंत्री, पर्यटन, धर्मस्व, सिंचाई एवं संस्कृति, उत्तराखंड सरकार।

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