मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने मुक्तेश्वर (नैनीताल) में राडार स्थापना के लिए भूमि, सड़क, बिजली, पानी सुविधा उपलब्ध कराने एवं जगह को विकसित करने में पूर्ण सहयोग दिया है। शुक्रवार को मुक्तेश्वर में राडार उद्घाटन कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राडार की स्थापना को भी राज्य सरकार ने सुरकंडा में भूमि आवंटित एवं विकसित की है।
राज्य सरकार राडार के उपकरणों को सड़क के अभाव के कारण सुरकंडा पहुंचाने के लिए एयर लिफ्ट कराने में भी सहयोग देगी। भविष्य में सुरकंडा में डाप्लर मौसम राडार के संचालन में तैनात काॢमकों के निश्शुल्क आवागमन के लिए वहां तैयार हो रहे रोपवे में उचित प्रविधान किया जाएगा। लैंसडौन में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद राज्य सरकार वहां लगने वाले राडार के लिए जगह को विकसित करने में सहयोग देगी।
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को मौसम की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत मौसम विज्ञान विभाग को मौसम डिसप्ले स्क्रीन लगाने के लिए आवश्यक सुविधाओं के साथ पांच स्थान उपलब्ध करा दिए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड मौसम की दृष्टि से अति संवेदनशील है।
यहां मानसून और वार्षिक वर्षा आसपास के राज्यों से बहुत अधिक है। उत्तराखंड में मानसून में औसतन 1177 मिमी वर्षा होती है, जबकि हिमाचल प्रदेश में 763 मिमी, हरियाणा में 444 मिमी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 721 मिमी वर्षा होती है। इन तथ्यों के मद्देनजर राज्य सरकार प्रारंभ से ही मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना एवं विस्तार में सहयोग करती रही है।