राजस्थान के जोधपुर में सोमवार रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई। शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। ये झगड़ा जालोरी गेट चौक के बालमुकंद बिस्सा सर्कल में भगवा झंडा फहराए जाने के स्थान पर इस्लामिक चिन्ह के झंडे के साथ संघर्ष शुरू हुआ। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि आधी रात को जमकर पथराव हुआ। वहीं, इस पथराव में कई लोग घायल हो गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बीच-बचाव किया, लेकिन भीड़ बेकाबू हो चुकी थी, इसलिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
जोधपुर के पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगोई का बयान
झंडा लगाने की घटना पर जोधपुर के पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगोई का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है। फ्लैग मार्च निकाला जाएगा। कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। हम इसकी जांच कर रहे हैं।
इंटरनेट सेवाएं ठप
जोधपुर जिला प्रशन ने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए घटना के बाद एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। बता दें कि जोधपुर में रात 1 बजे से इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। जोधपुर के संभागीय आयुक्त हिमांशु गुप्ता की ओर से जारी आदेश में पूरे जोधपुर जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं आज ईद भी है और इससे पहले इस तरह के बवाल से प्रशासन के पसीने छूट चुके हैं।
घटना में 2 एसएचओ व 2 कांस्टेबल घायल
हिंसक झड़प के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने में जुटी पुलिस पर भी पथराव किया गया। जिसमें चार पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए, इनमें दो एसएचओ और एक कांस्टेबल है। वही घटना की जानकारी जुटा रहे चार मीडियाकर्मियों के भी घायल होने की सूचना है। घ्ज्ञटना के बाद से ही शहर का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। ईद को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने ईद के त्योहार को सांप्रदायिक सौहार्द के साथ मनाने की अपील की है। बता दें कि झगड़ा उस समय हुआ जब जोधपुर के जालोरी गेट सर्कल पर कुछ लोगों ने परशुराम जयंती के मद्देनजर भगवा झंडा लगा दिया था और दूसरे पक्ष के लोगों ने झंडा हटाकर इस्लामी प्रतीक वाला झंडा लगा दिया जिसके बाद यह सारा विवाद खड़ा हो गया।