लोकतंत्र के उत्सव में मतदाताओं ने खूब जोश दिखाया। सुबह सर्दी और दिन की गर्मी के बीच साफ रहे मौसम ने भी मतदाताओं की राह आसान की। 2017 में 76.48 की तुलना में इस बार 77.2 प्रतिशत वोट पड़े। यानी इस बार करीब एक प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
खटीमा विधानसभा में कुल 120145 मतदाता हैं। इनमें से 77 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत आठ प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। सुबह नौ बजे तक मतदान की रफ्तार सुस्त रही और 5.82 प्रतिशत वोट ही पड़े थे।
इसके बाद मतदान ने रफ्तार पकड़ ली। एक बजे 35 प्रतिशत तक पहुंचा मतदान 77.20 प्रतिशत पर जाकर रुका। सहायक निर्वाचन अधिकारी अजेंद्र कुमार जोशी ने बताया कि कहीं पर भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई। आंकड़ों के विश्लेषण के बाद मत प्रतिशत में आंशिक बदलाव हो सकता है।
सीएम व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिष्ठा से जुड़ी है सीट
खटीमा सीट पर अंतिम दौर तक चुनाव प्रचार में जबरदस्त प्रतिद्वंद्विता नजर आई। मुख्यमंत्री की सीट होने के चलते देश-प्रदेश की निगाहें जहां जमी हैं। मतदान शुरू होते ही सीएम धामी व कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष भुवन कापड़ी लगातार बूथों का जायजा लेते रहे।
वोटरों से लेते रहे टोह, खामोशी से नहीं लगा जीत-हार का अनुमान
सोमवार शाम जैसे ही मतदान समाप्त हुआ, प्रत्याशियों व समर्थकों ने बूथों पर पड़े वोटों के आधार पर जीत-हार का आकलन भी शुरू कर दिया है। वैसे तो समर्थक दिन भर वोट डालने आ रहे मतदाताओं से टोह लेते रहे लेकिन मतदाता खुलकर नहीं बोले।
सुबह 09 बजे तक 5.82 प्रतिशत
पूर्वान्ह 11 बजे तक 18.19 प्रतिशत
अपराह्न 01 बजे तक 35.00 प्रतिशत
अपराह्न 03 बजे तक 54.01 प्रतिशत
अपराह्न 05 बजे तक 67.00 प्रतिशत
शाम 7 बजे तक 77.20 प्रतिशत