रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफॉर्म और फेसबुक के बीच हुई हालिया डील के चंद दिन बाद ही आरआईएल ने अपने ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। जियोमार्ट रिलायंस रिटेल का एक ई-कॉमर्स वेंचर है। जियो प्लेटफॉर्म के साथ फेसबुक के समझौते के तहत जियोमार्ट ने फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप के जरिए अपनी सेवाएं देने की शुरुआत कर दी है। जियोमार्ट ने फिलहाल मुबई के पास तीन जगहों नवी मुंबई, कल्याण और ठाणे में अपनी सेवाओं की शुरुआत कर दी है।
इन जगहों पर व्हाट्सएप के जरिए अपनी सेवाओं की शुरुआत के लिए जियोमार्ट ने एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। यह नंबर 8850008000 है। जिन तीन जहगों पर जियोमार्ट ने अपपनी सेवाओं की शुरुआत की है, अभी वहां के ग्राहक इस नंबर पर कम्युनिकेट कर ऑनलाइन घर बैठ किराना के सामान के लिए ऑर्डर कर सकते हैं। हालांकि, इस शुरुआती चरण में जियोमार्ट ने होम डिलीवरी की सर्विस को शुरू नहीं किया है। अभी ग्राहकों को अपना ऑर्डर लेने स्टोर पर ही जाना होगा।
ग्राहकों को ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए पहले ऊपर दिये गए नंबर को सेव करना होगा। नंबर सेव करने के बाद ग्राहक के वाट्सएप पर इस नंबर से एक लिंक आएगा, जिसकी अवधि 30 मिनट तक के लिए होगी। ग्राहक को इस लिंक पर क्लिक कर अपनी कुछ जानकारियां सबमिट करनी होगी। इसके बाद जियो मार्ट द्वारा भेजी गई आइटम्स की लिस्ट में से ग्राहक ऑर्डर कर सकेंगे। अब ग्राहक का ऑर्डर उसके आस-पास के किराना स्टोर या जियोमार्ट स्टोर को भेज दिया जाएगा। ऑर्डर तैयार होने की जानकारी भी ग्राहक को व्हाट्सएप के जरिए ही मिलेगी।
आरआइएल जियोमार्ट की इस सर्विस को पूरे देश में शुरू करने की योजना बना रहा है। गौरतलब है कि समझौते के तहत फेसबुक जियो प्लैटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है। अर्थात वह जियो प्लेटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। दोनों कंपनियों के बीच हुए इस समझौते के बाद रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट वैल्यूएशन 45,527.62 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 8,29,084.62 करोड़ रुपये पर आ गया था।
जियो-फेसबुक डील के बाद आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा था कि वे इस समझौते से काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा था कि JioMart जियो का नया डिजिटल प्लेटफॉर्म है। जियोमार्ट और फेसबुक के व्हाट्सएप की तीन करोड़ छोटी भारतीय किराना दुकानों को ऑनलाइन लाने की योजना है। वहीं, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने जियो को भारत में अप्रत्याशित परिवर्तन लेकर आने वाली कंपनी बताया था। उन्होंने कहा था कि कंपनी ने चार साल से भी कम समय में 38.80 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन सेवाओं से जोड़ा है।